झारखंड: लालू यादव की खराब हुई किडनी, तबीयत बिगड़ी, कभी भी काम करना बंद सकती है किडनी, डॉक्टर चिंतित
चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता, बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की किडनी खराब हो गयी है। इससे उनकी तबीयत बिगड़ गई है।
रांची। चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता, बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की किडनी खराब हो गयी है। इससे उनकी तबीयत बिगड़ गई है। रिम्स में लालू की इलाज करने कर रहे डॉक्टरों की टीम के चीफ डॉ उमेश प्रसाद का कहना कि उनकी किडनी की कार्यक्षमता बेहद कम हो गई है। उन्हें कभी भी डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है। उन्होंने इस बारे में रिम्स डायरेक्टर को लिखित सूचना दी है।
डॉक्टर उमेश प्रसाद ने बताया कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की किडनी की स्थिति आने वाले दिनों में और खराब हो सकती है। लालू प्रसाद यादव के किडनी की फंक्शनिंग अचानक से बंद हो सकती है।उनकी हालत कभी भी बिगड़ सकती है। इस बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है। हालत चिंताजनक है।
रिम्स पेइंग वार्ड में एडमिट लालू प्रसाद यादव की तबीयत को लेकर डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई है। लालू यादव का क्रियेटनिन लेवल बढ़ रहा है। किडनी के कारण उनकी परेशानी कभी भी बढ़ सकती है। हलांकि राहत की बात यह है कि इस समय उनका शुगर लेवल कंट्रोल है।
उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद पिछले बीस साल से मधुमेह से पीड़ित है. ऐसे में उनके शरीर के कई अंग काफी पहले से डैमेज होना शुरू हो चुका है।ऐसे में उन्हें डॉक्टरी देख-रेख की जरूरत है। यह रिम्स में ही संभव है।
लालू प्रसाद से मिले सुबोध कांत सहाय व अन्य दो लीडर
एक्स सेंट्रल मिनिस्टर सुबोध कांत सहाय और आरजेडी एमएलए विनय यादव व राकेश कुमार मिले शनिवार को रिम्स में एडमिट लालू प्रसाद मिले हैं। तीनों लीडरों ने लालू से मुलाकात के लिए जेल प्रशासन से अनुमति लिया था।
हाईकोर्ट में लालू की बेल पर छह वीक के लिए टली है सुनवाई
इससे पहले झारखंड हाई कोर्ट ने शुक्रवार को लालू की बेल पिटीशन पर सुनवाई करते हुए इसे छह वीक बाद की तारीख दे दी। लालू के वकील देवर्षि मंडल ने कोर्ट से समय की मांग की थी। बीते दिन की सुनवाई के क्रम में सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल नहीं पहुंच पाए थे। इधर सीबीआइ ने कोर्ट में दाखिल किए गए अपने जवाब में कहा है कि लालू की हालत स्थिर है। वे रिम्स में एडमिट होने के बावजूद फोन से राजनीति कर रहे हैं। उन्हें फिर से रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल भेजा जाना चाहिए।