झारखंड: रांची हिंसा मामले में पुलिस हुई रेस, चौक-चौराहों पर उपद्रवियों की फोटो लगायी गयी
झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार 10 जून को नुपूर शर्मा के बयान के विरोध में हिंसक प्रदर्शन व उपद्रव में शामिल लोगों की खोज में पुलिस रेस हो गयी है। रांची पुलिस ने राजधानी में हुए प्रदर्शन में तोड़फोड़ कर सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों के चेहरे को सार्वजनििक करना शुरु कर दिया है।
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार 10 जून को नुपूर शर्मा के बयान के विरोध में हिंसक प्रदर्शन व उपद्रव में शामिल लोगों की खोज में पुलिस रेस हो गयी है। रांची पुलिस ने राजधानी में हुए प्रदर्शन में तोड़फोड़ कर सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों के चेहरे को सार्वजनििक करना शुरु कर दिया है।
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Jharkhand | Police release poster with pictures of Ranchi violence accused pic.twitter.com/NF5KQZCDdK
— ANI (@ANI) June 14, 2022
रांची पुलिस उपद्रव व हिंसा में शामिल आरोपियों की फोटो शहर के मुख्य चौक चौराहों पर लगायी है। रांची के शहीद चौक, कचहरी चौक, स्टेशन रोड, अल्बर्ट एक्का चौक, लालपुर चौक, रातू रोड चौक सहित अन्य चौक चौराहों पर उपद्रवियों के पोस्टर लगाये जायेंगे। ताकि दूसरों को इससे सबक मिले।
गवर्नर रमेश बैस ने रांची में भारी हिंसा, फायरिंग, आगजनी और उपद्रव की घटना पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने राजभवन तलब कर पुलिस, प्रशासन की लंबी क्लास लगाई है। गवर्नर ने डीजीपी नीरज सिन्हा से पूछा कि घटना को रोकने के एहतियाती कदम क्यों नहीं उठाये गये। गवर्नर ने डीजीपी, एडीजी अभियान और रांची के डीसी व एसपी को बुलाकर उन्होंने रांची हिंसा मामले में अबतक की गई कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि दंगाइयों की फोटो शहर में होर्डिंग पर टंगवाइए।
उल्लेखनीय है कि रांची में दिनदहाड़े शुक्रवार 10 डून को जुमा के बाद हजारों की भीड़ ने मेन रोड इलाके में घंटो उपद्रव मचाया। फायरिंग, पथराव, आगजनी, तोड़फोड़ के बाद पूरे शहर में दहशत कायम हो गया। इसमें दो युवकों की मौत हो गई।