शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में झारखंड बना नंबर वन, प्रसिडेंट रामनाथ कोविन्द ने नई दिल्ली में दिया सम्मान
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य लगातार विकास की दिशा में कई उपलब्धियां हासिल कर रहा है। इसी कड़ी में शनिवार 20 नवंबर सीएम के कुशल नेतृत्व को भारत सरकार की ओर से एक बड़े सम्मान से नवाजा गया। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में प्रसिडेंट रामनाथ कोविन्द नें स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में झारखंड को राज्यों की श्रेणी में देश के अव्वल राज्य का सम्मान प्रदान किया।
- नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे ने प्राप्त किया सम्मान
- विभिन्न कैटेगरी में राज्य के कई शहर भी सम्मानित
- छत्तीसगढ़ देश का सबसे स्वच्छ राज्य, इंदौर सबसे साफ शहर
नई दिल्ली। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य लगातार विकास की दिशा में कई उपलब्धियां हासिल कर रहा है। इसी कड़ी में शनिवार 20 नवंबर सीएम के कुशल नेतृत्व को भारत सरकार की ओर से एक बड़े सम्मान से नवाजा गया। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में प्रसिडेंट रामनाथ कोविन्द नें स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में झारखंड को राज्यों की श्रेणी में देश के अव्वल राज्य का सम्मान प्रदान किया।
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मौके पर राज्य सरकार की ओर से नगर विकास एव आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे ने सम्मान प्राप्त किया। साथ में शहरी विकास अभिकरण के निदेशक अमित कुमार भी मौजूद थे। प्रसिडेंट रामनाथ कोविन्द,केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी एवं केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने झारखंड सरकार, नगर विकास विभाग और प्रदेश के नागरिकों को इस सम्मान के लिए बधाई दी।
सफाई के क्षेत्र में जमशेदपुर और जुगसलाई भी सम्मानित
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में 100 शहरी निकायों वाले राज्यों की श्रेणी में झारखंड को बेस्ट परफॉर्मिंग अवार्ड के साथ कुछ शहरों को भी विभिन्न कैटेगरी में सम्मानित किया गया है।
देश के तीन से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में जमशेदपुर को सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज के लिए दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
पूर्वी जोन के 25-50 हजार आबादी वाले शहरों में जुगसलाई को सिटिजन फीडबैक के लिए बेस्ट सिटी के रूप में सम्मानित किया गया है।
इसी तरह से गार्बेज 3 स्टार रेटिंग में भी झारखंड के जमशेदपुर को 3*** रेटिंग से सम्मानित किया गया है।
शहरी स्वच्छता के क्षेत्र में झारखंड का प्रदर्शन
गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2016 में झारखंड की स्थिति बहुत प्रशंसनीय नही थी, पर लगातार स्वच्छता सर्वेक्षण 2017, 2018, 2019, 2020 और 2021 में राज्य की जनता के सहयोग और शहरी निकायों तथा राज्य सरकार के कुशल मार्गदर्शन में राज्य नें स्वच्छता के क्षेत्र में कई सम्मान प्राप्त किए हैं। वर्तमान समय में माननीय मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन और सफाईकर्मियों के प्रति संवेदनशीलता का ही नतीजा है कि आज राज्य देश में अव्वल स्थान पर खड़ा है और हमारे शहर सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में भी सम्मानित हो रहे हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में विभाग और निकायों द्वारा उठाये गये कुछ महत्वपूर्ण कदम
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 से पहले सभी निकायों में बैठक,कार्यशाला और कैंपेन आयोजित हुआ।
समाज के हर वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रम चलाए गए।
डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन सुनिश्चित कराया गया।
सेग्रिगेशन एंड प्रोसेसिंग ऑफ वेस्ट को प्राथमिकता दी गयी।
पीट कंपोस्टिंग एंड ऑनसाइट कंपोस्टिंग के लिए नगर निकायों और नागरिकों को प्रोत्साहित किया गया।
रीसाइक्लर्स को नगर निकायों के साथ जोड़ा गया।
कैरी बैग को वैन किया गया और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल में कमी लायी गयी।
स्वच्छता ऐप के माध्यम से सफाई से जुड़ी समस्याओं का त्वरित निदान किया गया।
सभी के संयुक्त प्रयास से ये सम्मान झारखंड को प्राप्त हुआ
स्वच्छता के क्षेत्र में झारखंड को मिली सफलता पर सीएम हेमंत सोरेन नें प्रदेश के शहरी निकायों में रह रहे नागरिकों और सफाईकर्मियों को बधाई और शुभकामना दी है। सीएम ने कहा है कि सभी के संयुक्त प्रयास से ये सम्मान झारखंड को प्राप्त हुआ और यह सम्मान प्रदेश के नागरिकों के लिए गौरव का विषय है।चीफ सेकरेटरी सुखदेव सिंह ने भी राज्य की जनता और नगर विकास विभाग के पदाधिकारियों तथा कर्मियों को बधाई दी है। नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे ने इस सफलता के लिए सीएम के कुशल मार्गदर्शन और नागरिकों के सहयोग को श्रेय देते हुए विभाग से अगले सर्वेक्षण में और बेहतर परफॉर्मेंस की उम्मीद जतायी है। राज्य शहरी विकास अभिकरण और स्वच्छ भारत मिशन शहरी के मिशन डायरेक्टर अमित कुमार ने कहा है कि यह क्षण झारखंड के लिए गौरव का क्षण है। सीएम के मार्गदर्शन और सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग विनय कुमार चौबे के सहयोग से यह उपलब्धि हासिल हो सकी है, उन्होंने सभी नगर निकायों के पदाधिकारी, कर्मी सफाई कर्मी और नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि इस सम्मान से आगे भी बेहतर कार्य की प्रेरणा मिलेगी।
छत्तीसगढ़ देश का सबसे स्वच्छ राज्य, इंदौर सबसे साफ शहर
प्रसिडेंट राम नाथ कोविंद ने शनिवार को 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2021' पुरस्कारों की घोषणा की जिसमें छत्तीसगढ़ को देश का सबसे स्वच्छ राज्य होने का अवॉर्ड मिला। मध्य प्रदेश के इंदौर को लगातार 5वीं बाद देश का सबसे साफ शहर घोषित किया गया। वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को सबसे स्वच्छ राज्य का पुरस्कार दिया गया है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के पुरस्कारों में सबसे स्वच्छ गंगा शहर जीता है। गुजरात के सूरत शहर को पिछले साल सबसे स्वच्छ शहरों की सूची में दूसरा स्थान मिला था। इस साल भी सूरत ने अपना स्थान बरकरार रखा है। आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा ने सूची में तीसरा स्थान हासिल किया है। साल 2020 में, महाराष्ट्र में नवी मुंबई को भारत का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर माना गया।
स्वच्छ सर्वेक्षण के 2021 संस्करण में कुल 4,320 शहरों ने भाग लिया। शहरों को आमतौर पर स्टार सिस्टम का उपयोग करके रेट किया जाता है और इस साल, 342 शहरों को, 2018 में 56 की तुलना में कुछ स्टार रेटिंग के तहत प्रमाण पत्र दिये गये। इसमें नौ पांच स्टार शहर, 166 तीन स्टार शहर, 167 एक स्टार शहर शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा है कि यह स्वच्छ सर्वेक्षण का छठा संस्करण है जो दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण बन गया है।केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्विटर पर इंदौर और इसके "लोगों, राजनीतिक नेतृत्व और नगर निगम" को बधाई दी।
च्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी सफलता देश की सोच में बदलाव आना है
प्रसिडेंट कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। गांधीजी की इसी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 35 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा शहरी क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त हुए हैं। कोविंद ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी सफलता देश की सोच में बदलाव आना है जहां अब घर के छोटे बच्चे भी बड़ों को गंदगी फैलाने से रोकते और टोकते हैं । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मनुष्य द्वारा सिर पर मैला ढोना एक शर्मनाक प्रथा है और इसे रोकने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं बल्कि समाज और देश के सभी नागरिकों की है। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी शहरों में मशीन से सफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जानी चाहिए। राष्ट्रपति ने स्वच्छता पुरस्कार विजेता शहरों की अच्छी प्रथाओं एंव चलन को अपनाने की बात भी की।