मोदी-शाह पर ललन सिंह का निशाना: अटल-आडवाणी युग में 17 साल गठबंधन में रहे, 17 सेकेंड की दिक्कत नहीं हुई
बिहार में नीतश कुमार को महागठबंधन के लीडर के रुप में सीएम पद का सफथ लेते ही जेडीयू ने बीजेपी के खिलाफ मोरचा खोल दिया है। JDU नेशनल प्रसिडेंट ललन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा है कि अटल-आडवाणी युग में जेडीयू 17 साल एनडीए में रहा लेकिन कभी 17 सेकेंड की दिक्कत नहीं हुई।
- नीतीश में पीएम बनने की सारी योग्यता
- बिहार महागठबंधन की नई सरकार के शपथ लेते बीजेपी के खिलाफ आक्रामक हुआ जेडीयू
पटना। बिहार में नीतश कुमार को महागठबंधन के लीडर के रुप में सीएम पद का शपथ लेते ही जेडीयू ने बीजेपी के खिलाफ मोरचा खोल दिया है।JDU नेशनल प्रसिडेंट ललन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा है कि अटल-आडवाणी युग में जेडीयू 17 साल एनडीए में रहा लेकिन कभी 17 सेकेंड की दिक्कत नहीं हुई।
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हम इनकम टैक्स, सीबीआई, ईडी से नहीं डरते
ललन सिंह ने मंगलवार को कहा कि हम इनकम टैक्स, सीबीआई और ईडी से नहीं डरते हैं। हम लोग कोई कंपनी नहीं चलाते हैं। हम लोग की आमदनी वेतन है। जितना ईडी लगाना है लगा लें, हमारे विधायकों को कोई नहीं तोड़ सकता।बिहार जेडीयू हेडक्वार्टर में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में ललन सिंह ने बीजेपी को निशाना पर लेते हुए जेडीयू व सीएम की रणनीति पर प्रकाश डाला। ललन सिंह ने कहा कि हम इनकम टैक्स, सीबीआई और ईडी से नहीं डरते हैं। हम लोग कोई कंपनी नहीं चलाते हैं। हम लोग की आमदनी वेतन है। जितना ईडी लगाना है लगा लें, हमारे एमएलए को कोई नहीं तोड़ सकता है।
2020 में बीजेपी ने नीतीीश कुमार को जबरन सीएम बनाया
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 2020 में मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे लेकिन बीजेपी ने उन्हें जबरन सीएम बनाया। ललन सिंह ने आरोप लगाया आरसीपी सिंह बीजेपी के एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे। बीजेपी ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू को हराने के षड्यंत्र में बीजेपी के साथ आरसीपी सिंह भी मिले हुए थे।उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगातार अपमानित किया जा रहा था। सीएम ने काफी हद तक भाजपा के रवैये को बर्दाश्त किया, पर तंग आकर एनडीए छोड़ना पड़ा। ललन सिंह बोले- नीतीश में पीएम बनने की सारी योग्यता, सुशील मोदी उपराष्ट्रपति बनाने पर झूठ बोल रहे
बीजेपी ने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया
ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी नेताओं द्वारा सीएम नीतीश कुमार को लगातार अपमानित किया जा रहा था। सीएम ने काफी हद तक बीजेपी के रवैये को बर्दाश्त किया, पर तंग आकर एनडीए छोड़ना पड़ा।नीतीश कुमार ने आंख बंद करके बीजेपी पर भरोसा किया लेकिन बीजेपी ने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया। ललन सिंह ने कहा कि जेडीयू व बीजेपी का गठबंधन आज का नहीं था लेकिन तब अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और जॉर्ज फर्नांडीस जैसे नेता थे जो कभी कोई कदम बिना आपसी सलाह के नहीं उठाते थे। तब गठबंधन में एक-दूसरे के लिए सम्मान था। अटल-आडवाणी लोगों की बात सुनते थे और सबको साथ लेकर चलते थे।
बीजेपी ने साथ रहकर धोखा दिया
उन्होंने कहा कि उस समय गठबंधन की एक पार्टी दूसरे पार्टी के नेताओं को तोड़ती नहीं थी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने साथ रहकर धोखा दिया और विश्वासघात किया। ललन सिंह ने कहा कि लगातार नीतीश कुमार को अपमानित किया जा रहा था। इसकी वजह से पार्टी के सारे विधायक, सांसद और बाकी नेता ने एकमत होकर फैसला किया कि बीजेपी के रिश्ता तोड़कर एनडीए छोड़ दिया जाए। उन्होंने कहा कि जिनको आज विश्वासघात लग रहा है उनको 2017 में जनमत से खिलवाड़ नहीं लगा जब नीतीश महागठबंधन छोड़कर एनडीए में लौटे थे।
नीतीश में पीएम बनने की सारी योग्यता, सुशील मोदी उपराष्ट्रपति बनाने पर झूठ बोल रहे
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार में पीएम बनने की सारी योग्यताएं है। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी सफेद झूठ बोल रहे हैं कि मुख्यमंत्री उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे।
नीतीश में पीएम बनने की सारी योग्यता
ललन सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार में पीएम बनने की सारी योग्यताएं है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी नेता सुशील मोदी सफेद झूठ बोल रहे हैं कि सीएम उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे।उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने की योग्यता है लेकिन यह कहने का ये मतलब नहीं है कि वो पीएम पद के दावेदार हैं या उम्मीदवार हैं। एक पीएम में जिस तरह के गुण होने चाहिए वो सब नीतीश कुमार में हैं। फिर पत्रकारों ने सवाल पूछा कि 2024 में क्या बीजेपी हारेगी। इस सवाल के जवाब में ललन सिंह ने हिसाब करते हुए इत्मीनान से बताया- "बीजेपी ने लोकसभा में 303 सीट जीती थी। बहुमत के लिए 272 सीट चाहिए। यानी बीजेपी के पास बहुमत से 30 सीट अधिक है। अब देखिए बंगाल में बीजेपी के 16 एमपी हैं। वहां से एक-दो भी जीत जाएं तो बहुत है। बिहार में बीजेपी के 17 एमपी जीते थे। अब देखिए कितने जीतते हैं। तो 16 दूना हो गया 32। इतना सीट घट जायेगा तो बहुमत मिलेगा क्या। जैसे ही बहुमत से नीचे जायेंगे पार्टी के नेता तानाशाही के खिलाफ बोलने लगेंगे। अभी तो जो बोलता है उसका गर्दन काट दिया जाता है। जो अटल जी या आडवाणी जी का नाम ले लेता है उसका गर्दन काट लिया जाता है।
प्रेस कांफ्रेस में जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, एक्स मिनिस्टर अशोक चौधरी, संजय झा, नीरज कुमार समेत अन्य लीडर उपस्थित थे।