धनबाद में 10 मई को 196 कोरोना संक्रमित मिले, 138 स्वस्थ हुए, नौ  लोगों की मौत

धनबाद जिले में सोमवार 10 मई को 196 नये कोरोना संक्रमित मिले हैं। हॉस्पीटल में इलाजरत 138 लोग स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किये गये। कोरोना से आज नौ लोगों की मौत हो गयी। 

धनबाद में 10 मई को 196 कोरोना संक्रमित मिले, 138 स्वस्थ हुए, नौ  लोगों की मौत
  • जिला प्रशासन के साथ मिलकर एसएनएमएमसीएच करेगा काम,पेसेंट को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सीय सेवा देने की जिम्मेदारी
  • आईडीएसपी सेल @ कोविड वार रूम,कोरोना संक्रमित मरीजों के डाटा संग्रहण में निभाता है महत्वपूर्ण भूमिका
  • मैथन डैम के रास्ते झारखंड आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की होगी कोरोना जांच

धनबाद। जिले में सोमवार 10 मई को 196 नये कोरोना संक्रमित मिले हैं। हॉस्पीटल में इलाजरत 138 लोग स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किये गये। कोरोना से आज नौ लोगों की मौत हो गयी। 

841 रेल यात्रियों की जांच में 14 मिले पॉजिटिव,281 बस यात्रियों की जांच में नहीं मिला कोई पॉजिटिव

कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के उद्देश्य से डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह के निर्देश पर धनबाद रेलवे स्टेशन पर व धनबाद बस स्टैंड में ट्रू-नाट व आरटी पीसीआर से कोरोना जांच शुरू की गई है।इस क्रम में आज विभिन्न ट्रेनों से धनबाद आने वाले 841 यात्रियों की जांच के क्रम में 14 पॉजिटिव मिले।बस स्टैंड पर 281 यात्रियों की जांच की गई। बस स्टैंड में एक भी यात्री पॉजिटिव नहीं मिले।

12 से 14 मई तक तेली पाड़ा, मास्टर पाड़ा, जेसी मल्लिक रोड में होगी इंटेनसिव टेस्टिंग
वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में लोगों को संक्रमण से बचाने एवं मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने 12 से 14 मई 2021 तक तेलीपाड़ा, मास्टर पाड़ा तथा जेसी मल्लिक रोड में इंटेनसिव टेस्टिंग करने का निर्देश दिया है।इस संबंध में डीसी ने कहा कि मृत्यु दर की मैपिंग कर वलनरेबल एरिया को चिन्हित किया गया है।कोरोना की दूसरी लहर की मारक क्षमता पूर्व से अधिक है और संक्रमण के कारण मृत्यु दर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसलिए उपरोक्त तीनों क्षेत्रों में 12 से 14 मई तक इंटेनसिव टेस्टिंग की जाएगी। साथ ही टीम में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं वरीय सुपरवाइजर को निर्देश दिया है कि कम से कम क्षेत्र के 125 घरों में जांच करेंगे। लोगों को जांच के लिए प्रेरित करने के लिए कोरोना जांच की उपयोगिता भी बतायेंगे।
जिला प्रशासन के साथ मिलकर एसएनएमएमसीएच करेगा काम,पेसेंट को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सीय सेवा देने की जिम्मेदारी एसएनएमएमसीएच मैनेजमेंट
टीम वर्क के साथ वर्क कल्चर भी करना है विकसित
ट्रायेज एरिया में पेसेंट की होगी प्राथमिक जांच
वैश्विक महामारी की तीसरी लहर की गंभीरता को ध्यान में रखकर करना है काम*
कोविड ड्यूटी में लगे मजिस्ट्रेट को मिलेगा बीमा का लाभ

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) को जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करना है। मरीजों को उम्दा चिकित्सा सेवा प्रदान करने की जिम्मेवारी अस्पताल एवं कॉलेज प्रबंधन की होगी। टीम वर्क के साथ वर्क कल्चर को डेवलप करना है। लोगों को अच्छी सेवा देनी है। यहां की सभी कमियों को दूर कर हमें आगे बढ़ना है। इसे कैथ लैब की तर्ज पर एक उम्दा अस्पताल के रूप में विकसित करना है। वैश्विक महामारी की तीसरी लहर की गंभीरता को ध्यान में रखकर काम करना है। मंगलवार से यहां की सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो जायेगी।यह बातें डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमा शंकर सिंह ने सोमवार को एसएनएमएमसीएच के सभागार में प्रिंसिपल, सुपरिटेंडेंट, तथा वहां प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट को संबोधित करते हुए कही।डीसी ने कहा कि अस्पताल को बेहतर बनाने के लिए एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) चंदन कुमार के प्रभार में यहां चौबीसों घंटे कंट्रोल रूम कार्यरत रहेगा। यहां प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी प्रशासनिक प्रबंधन की निगरानी करेंगे। एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य सहित चिकित्सीय व्यवस्था के लिए सभी को उनके दायित्व के बारे में विस्तार से बताया है। उन्होंने कहा कि यहां दूरदराज से गरीब मरीज इलाज के लिए आते हैं। बेड नहीं मिलने के कारण वे परेशान हो जाते हैं। इसलिए एक ऐसी व्यवस्था को विकसित किया है जिससे मरीज को यहां या उसकी स्थिति के अनुसार पास के किसी भी अस्पताल में उपचार के लिए बेड उपलब्ध हो जाए। 
ट्रायेज एरिया में मरीज की होगी प्राथमिक जांच
डीसी ने गूगल मैप के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि ट्रायेज एरिया में मरीज की प्राथमिक जांच और स्क्रीनिंग होगी। वार्ड में खाली बेड की जानकारी एएनएम, जीएनएम वरीय पदाधिकारी तथा सुपरवाइजर को देंगी। इसके बाद मरीज को किस वार्ड में इलाज के लिए भर्ती करना है, इसका निर्णय चिकित्सक लेंगे। उन्होंने कहा एसएनएमएमसीएच अपने आप में एक बहुत बड़ी संस्था है। सभी को लगन के साथ काम करना है। कमियों को दूर कर लोगों को अच्छी सेवा देनी है। आगे बढ़ना है। जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को अनुशासन के साथ मरीजों की सेवा करनी है। हर मरीज को अटेंड करना है। 
वैश्विक महामारी की तीसरी लहर की गंभीरता को ध्यान में रखकर काम करना है

डीसी ने कहा कि वैश्विक महामारी की तीसरी लहर की गंभीरता को ध्यान में रखकर हमें काम करना है। तीसरी लहर में मजबूरन किसी को अपने परिजनों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है। इसलिए व्यवस्था इस कदर दुरुस्त करें कि हम तीसरी लहर का सामना कर लोगों को स्वस्थ कर सके।
कोविड ड्यूटी में लगे दंडाधिकारियों को मिलेगा बीमा का लाभ

डीसी ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद के अध्यक्ष के आदेश पर कोविड ड्यूटी में लगे सभी दंडाधिकारियों को बीमा का लाभ मिलेगा। उन्हें सुरक्षा किट प्रदान की जाएगी। यदि वे बीमार पड़ते हैं तो उनका उपचार जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद करेगा। सभी दंडाधिकारी सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे।

उल्लेखनीय है कि एसएनएमएमसीएच में मरीजों को बेहतर उपचार प्रदान करने एवं अस्पताल की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से तीन दंडाधिकारी तथा वरीय पदाधिकारी के रूप में कार्यपालक दंडाधिकारी अमर प्रसाद, श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार, एपीओ संतोष कुमार को प्रतिनियुक्त किया है। 24 x7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है। कंट्रोल रूम में 6 दंडाधिकारी एवं तीन कंप्यूटर ऑपरेटर, ड्रॉप गेट संख्या एक में तीन दंडाधिकारी, ट्रायेज एरिया में 6 दंडाधिकारी, इमरजेंसी विभाग के गेट संख्या एक में 6 तथा गेट संख्या दो में 3 दंडाधिकारी, निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 3, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल एवं 6 रिजर्व दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है।इस अवसर पर एडीएम चंदन कुमार, सिटी एसपी आर रामकुमार, एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक, कार्यपालक दंडाधिकारी अमर प्रसाद, श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार, एपीओ संतोष कुमार सहित सभी दंडाधिकारी, डीएमएफटी ऑफिसर शुभम सिंघल, नितिन कुमार पाठक, आदित्य बंसल उपस्थित थे।
आईडीएसपी सेल @ कोविड वार रूम,कोरोना संक्रमित मरीजों के डाटा संग्रहण में निभाता है महत्वपूर्ण भूमिका

वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में लोगों के उचित स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह के निर्देश पर सर्किट हाउस स्थित कोविड वार रूम के इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) सेल की महत्वपूर्ण भूमिका है।इसके नोडल पदाधिकारी डॉ राज कुमार सिंह है। डॉ रितु राज अग्रवाला तथा डाटा मैनेजर मोहम्मद अखलाक तथा उनकी टीम के रविश चंद्र सिन्हा, प्रकाश कुमार, दीपक कुमार, सौमित कुमार मंडल, दयानंद प्रजापति, सच्चिदानंद सिंह व सरजू हजरा कोरोना संक्रमित मरीजों के संबंध में महत्वपूर्ण डाटा का संग्रहण करते हैं।

आईडीएसपी सेल की कार्यप्रणाली के बारे में डॉ रितु राज अग्रवाला तथा डाटा मैनेजर मोहम्मद अखलाक ने बताया कि यहां पॉजिटिव मरीज का लिस्ट सैंपल टेस्ट होने के बाद अलग-अलग जगह से प्राप्त होता है। इसके बाद पॉजिटिव एवं नेगेटिव मरीजों का लिस्ट यहां तैयार कर संबंधित प्रखंडो को प्रेषित कर दिया जाता है।पॉजिटिव मरीज की पहचान के बाद उसकी कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाती है और लाइन लिस्ट तैयार किया जाता है। कांटेक्ट ट्रेसिंग की रिपोर्ट के बाद संक्रमित मरीज जिन जिन लोगों के संपर्क में आया है उनकी भी कोरोना जांच की जाती है।इस सेल से सभी डाटा को सरकार के पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। जिसमें सैंपल कलेक्शन रिपोर्ट, सैंपल कलेक्शन के बाद रिपोर्ट जमा हुआ है या नहीं, पॉजिटिव मरीज के अस्पताल शिफ्टिंग की निगरानी, कोविड अस्पताल का बेड स्टेटस एवं उसकी उपलब्धता, भर्ती, डिस्चार्ज, गंभीर व कोरोना से मृत्यु होने वाले मरीजों का डाटा बेस संग्रह किया जाता है।
मैथन डैम के रास्ते झारखंड आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की होगी कोरोना जांच

राज्य सरकार के निर्देश के बाद फिर एक बार कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए धनबाद जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद डीसी उमा शंकर सिंह आदि सक्रिय हैं। कई स्थलों पर टेस्ट ड्राइव करने का निर्णय लिया गया।निरसा क्षेत्र के MPL, चिरकुंडा चेकपोस्ट, CHC निरसा स्वास्थ्य केंद्र, मैथन डीबुडीह चेकपोस्ट और मैथन डैम पर विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है।मैथन डैम जो झारखंड और बंगाल को जोड़ने वाली सीमा है। निर्देश के बाद आज उक्त स्थल पर आज से कोरोना जांच शिविर लगाया गया। बंगाल से झारखंड आने वाले लोगों की कोरोना जांच की जायेगी।