सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोकने का मुख्य अभियुक्त भैरव सिंह का सरेंडर, कोर्ट में हंगामा, सात दिनों की पुलिस रिमांड पर
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोके जाने के मामले का मुख्य आरोपी भैरव सिंह ने गुरुवार को रांची के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रसाद की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने भैरव सिंह को सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
रांची। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोके जाने के मामले का मुख्य आरोपी भैरव सिंह ने गुरुवार को रांची के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रसाद की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने भैरव सिंह को सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
कोर्ट में भैरव के सरेंडर के दौरान हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई। कुछ देर तक हंगामा होता रहा। इस क्रम में वकील और पुलिस के बीच टेंशन की स्थिति बन गई। पुलिस भैरव सिंह को कस्टडी में लेना चाहती थी। जबकि अधिवक्ताओं का कहना था कि जब कोर्ट में सरेंडर कर दिया तो पुलिस अपने साथ नहीं ले जा सकती है।
विषय को घूमा रही है पुलिस
कोर्ट में सरेंडर के दौरान भैरव ने कहा कि हमलोग सिर्फ प्रदर्शन कर रहे थे। सीएम पर हमले की बात सोच भी नहीं सकते। पुलिस विषय को घूमा रही है। भैरव सिंह ने सफाई दी कि पुलिस इस मामले को उलझा रही है। ओरमांझी में युवती की सिर काटकर की गई क्रूर-नृशंस हत्या के खिलाफ किये जा रहे विरोध-प्रदर्शन को सीएम का काफिला रोकने से जोड़ा जा रहा है। भैरव सिंह ने कहा कि आंदोलन करने वालों को जेल भेजा जा रहा है। मैं समाज की बहनों की रक्षा के लिये आंदोनल कर रहा हूं। मेरे जेल जाने के बाद यह आंदोलन रुकना नहीं चाहिए। उसने कहा कि सीएम पर हमले का और उनके अपमान का कोई इरादा नहीं था।
सात दिनों की पुलिल रिमांड पर भैरव
सीनियर डिवीजन ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रसाद की कोर्ट ने भैरव सिंह को सात दिनों के पुलिस रिमांड दिया है। सरेंडर करने के बाद सुखदेव नगर पुलिस स्टेशन की पुलिस द्वारा 14 दिनों की रिमांड की मांग की गई थी। लेकिन कोर्ट ने सात दिन के रिमांड की स्वीकृति दी। इस दौरान पुलिस उससे पूछताछ करेगी। कोर्ट ने रिमांड के लिए यह शर्त रखी है कि अभियुक्त का दिन में दो बार मेडिकल टेस्ट कराया जायेगा। रिमांड के दौरान अभियुक्त के परिजनों को उससे मिलने की इजाजत दी जायेगी।
फ्लैश बैक
ओरमांझी में रविवार को बरामद सिर कटी लाश मिलने के बाद सोमवार की शाम आंदोलन कर रहे युवाओं ने किशोरगंज में सीएम के काफिले को रोकने की कोशिश की थी। इसमें दौरान खूब उपद्रव हुआ था। उपद्रवियों के हमले में नवल किशोर सिंह घायल हो गये थे। चार जनवरी को सीएम हेमंत सोरेन का काफिला झारखंड मंत्रालय से लौट रहा था। इसी दौरान किशोरगंज चौक के पास उपद्रवियों के झुंड ने सुनियोजित साजिश के तहत काफिले को निशाना बनाने की कोशिश की थी।हालांकि पुलिस ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सीएम के काफिले को रूट डायवर्ट कर दिया था। सीएम को सुरक्षित मुख्यमंत्री आवास पहुंचाया था. इस गंभीर घटना के कारणों की जांच के लिए जांच समिति का गठन किया गया है।कोतवाली व सुखदेवनगर थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया है। डीसी व एसएसपी को शोकॉज किया गया है।
पुलिस इस मामले में 72 लोगों के खिलाफ नेम्ड एफआइआर दर्ज किया गया है। 50 अननोन को एक्युज्ड बनाया गया है। इन सभी लोगों के खिलाफ धारा 147,148,149, 152, 153, 186, 189, 290, 323, 307, 353, 341, 342, 333, 504,269, 270, 120B आइपीसी के तहत मामला दर्ज हुआ है।मामले में अरेस्ट किये गये 26 अन्य आरोपियों को बुधवार को जेल भेजा जा चुका है।
कौन है भैरव सिंह
भैरव सिंह राजधानी रांची में हिंदुत्व विचारधारा को प्रमुखता से उठाने वाले राम सिंह का भगीना है। राम सिंह की तरह ही भैरव सिंह भी अपने कॉलेज समय से हिंदुत्व के मुद्दे को उठाता रहा है। भैरव सिंह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव है. हिंदुत्व से जुड़े कई पोस्ट और वीडियोज उनके फेसबुक अकाउंट में देखे जा सकते हैं। भौरव ने रांची के मारवाड़ी कॉलेज से एमबीए किया है। कॉलेज समय से ही भैरव सिंह हिंदुत्व के मुद्दे को उठाता रहा है। इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन के काफिले पर हुए हमले मामले में इसका नाम आने से भैरव सिंह सुर्खियों में आ गया।