Tokyo Olympics 2020:  नीरज चोपड़ा ने एथलेटिक्स में दिलाया पहला गोल्ड,ट्रैक ऐंड फील्ड में इंडिया के लिए पहला मेडल

इंडिया के स्टार जेवलिन थ्रो ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने शनिवार को तोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीत इतिहास रच दिया। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर का रहा। यह ओलिंपिक में ट्रैक ऐंड फील्ड से इंडिया के लिए पहला मेडल है। पहलवान बजरंग पूनिया के ब्रॉन्ज मेडल जीतने के कुछ ही देर बाद नीरज ने कमाल किया। 

Tokyo Olympics 2020:  नीरज चोपड़ा ने एथलेटिक्स में दिलाया पहला गोल्ड,ट्रैक ऐंड फील्ड में इंडिया के लिए पहला मेडल
  • ओलिंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
  • पहलवान बजरंग पूनिया ने ब्रॉन्ज जीता, इंडिया को दिलाया छठा मेडल

टोक्यो (जापान)। इंडिया के स्टार जेवलिन थ्रो ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने शनिवार को तोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीत इतिहास रच दिया। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर का रहा।यह ओलिंपिक में ट्रैक ऐंड फील्ड से इंडिया के लिए पहला मेडल है। पहलवान बजरंग पूनिया के ब्रॉन्ज मेडल जीतने के कुछ ही देर बाद नीरज ने कमाल किया। 

नीरज ने खत्म किया 100 साल का सूखा
इंडिया के एथलीट नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचा दिया है। जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में इंडिया को टोक्यो ओलंपिक में पहला गोल्ड मेडल दिला दिया। क्वालीफाइंग राउंड की तरह ही नीरज का प्रदर्शन फाइनल में भी बेहद शानदार रहा और उन्होंने एथलेक्टिक्स में मेडल के 100 साल के सूखे को भी खत्म कर दिया है। नीरज ने फाइनल मैच में अपना पहला ही थ्रो 87.03 मीटर का फेंका और गोल्ड की उम्मीद जगा दी। इसके बाद दूसरे प्रयास में नीरज ने 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल पक्का कर लिया।  

गोल्ड जीतने के साथ ही नीरज ओलिंपिक में इंडिविजुअल स्पोर्ट में गोल्ड जीतने वाले शूटर अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे इंडियन ऐथलीट भी बन गए हैं। यह इंडियाका तोक्यो में 7वां मेडल भी है। इसके साथ ही इंडिया ने अपने लंदन ओलिंपिक-2012 के बेस्ट प्रदर्शन छह मेडल को पीछे छोड़ दिया।नीरज ने पहले प्रयास में 87.03 मीटर भाला फेंका, जबकि दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर रहा। इसके साथ ही उनका गोल्ड मेडल लगभग पक्का हो गया था, क्योंकि वह दोनों ही राउंड में टॉप पर रहे थे। उन्होंने तीसरे प्रयास में 76.79 मीटर थ्रो किया। दूसरे नंबर पर जर्मन ऐथलीट और गोल्ड मेडल के दावेदार माने जा रहे वी. जकूब ने इस दौरान दूसरा और तीसरा प्रयास फाउल किया।आखिरी प्रयास तक 86.67 मीटर ही भाला फेंक सके।
पहलवान बजरंग पूनिया ने ब्रॉन्ज जीता, इंडिया को दिलाया छठा मेडल

ओलंपिक खेलों में बजरंग पूनिया ने भारत क झोली में एक और ब्रॉन्ज मेडल डाल दिया।भारतीय पहलवान ने 65 क्रिगा फ्रीस्टाइल वर्ग में ब्रॉन्ज के लिए खेले गए मुकाबले में कजाखस्तान के दौलेत नियाजबेकोव को एकतरफा मुकाबले में हराकर भारत को टोक्यो ओलंपिक में छठा मेडल दिलाया। इससे पहले बजरंग को अपने सेमीफाइनल मैच में तीन बार के विश्व चैंपियन हाजी अलीएव के हाथों 5-12 से हार झेलनी पड़ी थी। बजरंग ने कुश्ती में भारत को दूसरा मेडल दिलाया है। उनसे पहले रवि दहिया ने फाइनल तक का सफर तय करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। 
इंडिया के लिए तोक्यो में मेडल जीतने वाले ऐथलीट

वेटलिफ्टर मीराबाई चानू
मणिपुर की वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (26) ने टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए पहला सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने महिलाओं के 49 किग्रा में 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) भार उठाकर सिल्वर अपने नाम किया।

बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन
इंडिाकी स्टार मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन को महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।
शटलर पीवी सिंधु
सिंधु ने महिला बैडमिंटन के सिंगल्स का ब्रॉन्ज मेडल देश को दिलाया। उन्होंने चीन की ही बिंग जियाओ को 2-0 से हराया था। यह उनका ओलिंपिक में रेकॉर्ड दूसरा मेडल रहा।
पहलवान रवि दहिया
भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया को पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में रूस ओलंपिक समिति (आरओसी) के जायूर उगयेव के हाथों 4-7 से हार गये। दहिया को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा।
पुरुष हॉकी टीम
इंडिया की पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। 1980 के बाद यह पहला मौका था जब इंडिया ने हॉकी में मेडल जीता है।
पहलवान बजरंग पूनिया
बजरंग पूनिया ने पुरुषों के फ्री स्टाइल 65 किलो वर्ग कुश्ती स्पर्धा का ब्रॉन्ज मेडल जीतते हुए इतिहास रच दिया। उन्होंने कजाखस्तान के डाउलेट नियाजबेकोव को 8-0 से एकतरफा हराया। इसके साथ ही भारत के पदकों की संख्या 6 हो गई। यह लंदन ओलिंपिक-2012 के कराबर है।