75th Independence Day : आतंकवाद और विस्तारवाद से लड़ रहा है भारत: पीएम नरेंद्र मोदी
75वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया। पीएम मोदी ने मौके पर देश को संबोधित करते हुए सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास में अब 'सबका प्रयास' शब्द भी जोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक कर हमने अपने दुश्मनों को नए भारत के उदय का संदेश दिया है। इससे यह भी पता चलता है कि भारत कड़े फैसले ले सकता है।
- बिना नाम लिए लाल किले से चीन और पाकिस्तान पर मोदी का हमला
- गिनवाईं भारत की दो बड़ी चुनौतियां
- ओलंपिक खिलाड़ियों के लिए तालियां बजवाकर किया सम्मान
नई दिल्ली। 75वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया। पीएम मोदी ने मौके पर देश को संबोधित करते हुए सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास में अब 'सबका प्रयास' शब्द भी जोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक कर हमने अपने दुश्मनों को नए भारत के उदय का संदेश दिया है। इससे यह भी पता चलता है कि भारत कड़े फैसले ले सकता है।
एकजुटता ही हमारी ताकत
लाल किले की प्राचीर से 8वीं बार देश को संबोधित करते हुए मोदी ने 21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती। हमारी ताकत हमारी जीवटता है, हमारी ताकत हमारी एकजुटता है। हमारी प्राणशक्ति, राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना है।उन्होंने कहा कि आज दुनिया, भारत को एक नई दृष्टि से देख रही है और इस दृष्टि के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं। एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद। भारत इन दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा है और सधे हुए तरीके से बड़े हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा है। धारा 370 को बदलने का ऐतिहासिक फैसला हो, देश को टैक्स के जाल से मुक्ति दिलाने वाली व्यवस्था- GST हो, हमारे फौजी साथियों के लिए वन रैंक वन पेंशन हो, या फिर रामजन्मभूमि केस का शांतिपूर्ण समाधान, ये सब हमने बीते कुछ वर्षों में सच होते देखा है।
ओबीसी कमीशन को मिला संवैधानिक दर्जा
पीएम मोदी ने कहा कि त्रिपुरा में दशकों बाद ब्रू रियांग समझौता होना हो, ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देना हो, या फिर जम्मू-कश्मीर में आजादी के बाद पहली बार हुए बीडीसी और डीडीसी चुनाव, भारत अपनी संकल्पशक्ति लगातार सिद्ध कर रहा है। भारत की प्रगति के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए भारत का ऊर्जा के लिए आत्मनिर्भर होना अनिवार्य है। इसलिए आज भारत को ये संकल्प लेना होगा कि हम आजादी के 100 साल होने से पहले भारत को ऊर्जा के लिए आत्मनिर्भर बनाएंगे। मैं आज तिरंगे की साक्षी में नेशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणा कर रहा हूं।
सैनिक स्कूलों में अब बेटियां भी पढ़ेंगी
उन्होंने कहा कि ये देश के लिए गौरव की बात है कि शिक्षा हो या खेल, बोर्ड्स के नतीजे हों या ओलपिंक का मेडल, हमारी बेटियां आज अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रही हैं। आज मैं एक खुशी देशवासियों से साझा कर रहा हूं। मुझे लाखों बेटियों के संदेश मिलते थे कि वो भी सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं, उनके लिए भी सैनिक स्कूलों के दरवाजे खोले जाएं। आज भारत की बेटियां अपना स्पेस लेने के लिए आतुर हैं।
बेवजह के कानून खत्म करना जरुरी
पीएम ने कहा कि बेवजह के कानून खत्म करने जरूरी हैं। देश में 200 साल पहले का एक कानून चला आ रहा था, जिसकी वजह से देश के नागरिक को नक्शा बनाने की आजादी नहीं थी। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान देश ने तकनीकी की ताकत और हमारे वैज्ञानिकों की सामर्थ्य और प्रतिबद्धता को देखा है। देश के हर क्षेत्र में हमारे वैज्ञानिक सूझबूझ से काम कर रहे हैं। समय आ गया है कि हम अपने कृषि क्षेत्र में भी वैज्ञानिकों की क्षमताओं और उनके सुझावों को भी जोड़ें।परिवार में बंटवारे के चलते किसानों की जमीन कम होती जा रही है. छोटे किसानों को अब प्राथमिकता देगी सरकार। पिछली सरकारों ने छोटे किसानों पर कभी ध्यान नहीं दिया। छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है। आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा। उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी।
नेशनल मास्टर प्लान
मोदी ने कहा कि भारत आने वाले कुछ समय में प्रधानमंत्री गति शक्ति का नेशनल मास्टर प्लान देश के सामने रखेगा। 100 लाख करोड़ से भी अधिक की योजना लाखों के नौजवानों के लिए रोजगार के लिए नया अवसर लेकर आएगी। यह ऐसा मास्टर प्लान होगा, जो हॉलिस्टिक इंफ्रास्ट्र्क्चर की नींव रखेगा। अभी ट्रांसपोर्ट के साधनों में कोई तालमेल नहीं है। यह इस गतिरोध को तोड़ेगी। उन्होंने कहा कि देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी। आज जिस गति से देश में नए एयरपोर्ट्स का निर्माण हो रहा है, उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है, वो भी अभूतपूर्व है।आज नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी का नया इतिहास लिखा जा रहा है। ये कनेक्टिविटी दिलों की भी है और इंफ्रास्ट्रक्चर की भी है। नार्थ ईस्ट की सभी राजधानियों को रेल सेवा से जोड़ने का काम बहुत जल्द पूरा होने वाला है।
हॉस्पीटल के पास होंगे अपने ऑक्सीजन प्लांट
पीएम ने कहा कि मेडिकल शिक्षा में जरूरी बड़े सुधार भी किए गए हैं। प्रिवेंटिव हेल्थ केयर पर भी उतना ही ध्यान दिया गया है। साथ साथ देश में मेडिकल सीटों में भी काफी बढ़ोतरी की गई है। बहुत जल्द देश के हजारो अस्पतालों के पास अपने ऑक्सीजन प्लांट भी होंगे। बिना भेदभाव आखिरी पंक्ति के व्यक्ति तक सुविधाएं पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य होगा। मेडिकल हेल्थ योजनाओं पर सरकार का फोकस है, मेडिकल सीट बढ़ाई गई हैं, आयुष्मान भारत योजना से गरीबों तक सीधे स्वास्थ्य लाभ देने की कोशिश की जा रही हैमोदी ने कहा कि लद्दाख में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस है। लद्दाख भी विकास की अपनी असीम संभावनाओं की तरफ आगे बढ़ चला है। एक तरफ लद्दाख, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होते देख रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ‘सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी’ लद्दाख को उच्च शिक्षा का केंद्र भी बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देना, यही लोकतंत्र की असली भावना है। जम्मू हो या कश्मीर, विकास का संतुलन अब ज़मीन पर दिख रहा है। जम्मू कश्मीर में डी-लिमिटेशन कमीशन का गठन हो चुका है और भविष्य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारी चल रही है।
पीएम ने कहा कि सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे फोर्टिफाई करेगी, गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी। राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मील में मिलने वाला चावल हो, वर्ष 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जायेगा। पीएम मोदी ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास, इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुटे हुए हैं। आज लाल किले से मैं आह्वान कर रहा हूं- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और अब सबका प्रयास हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमें अभी से जुट जाना है। हमारे पास गंवाने के लिए एक पल भी नहीं है। यही समय है, सही समय है। बदलते हुए युग के अनुकूल हमें भी अपनेआप को ढालना होगा। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुट चुके हैं।
नागरिकों के जीवन में न हो सरकार का दखल
अमृतकाल का लक्ष्य है भारत और भारत के नागरिकों के लिए समृद्धि के नए शिखरों का आरोहण। एक ऐसे भारत का निर्माण जहां सुविधाओं का स्तर गांव और शहर को बांटने वाला न हो। एक ऐसे भारत का निर्माण जहां नागरिकों के जीवन में सरकार बेवजह दखल न दे। उन्होंने कहा कि
यहां से शुरू होकर अगले 25 वर्ष की यात्रा जब हम आजादी की शताब्दी मनाएंगे, नए भारत के सृजन का ये अमृत काल है। इस अमृत काल में हमारे संकल्पों की सिद्धि हमें आजादी के 100 वर्ष तक ले जाएगी, गौरवपूर्ण रूप से ले जायेगी।
हिंदुस्तान को बंटवारे का दर्द
पीएम ने कहा कि हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। यह पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है। कल ही देश ने भावुक निर्णय लिया है। अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जायेगा। भारत ने सदियों तक मातृ-भूमि, संस्कृति और आजादी के लिए संघर्ष किया है। आजादी की ललक इस देश ने सदियों तक छोड़ी नहीं। जय-पराजय आते रहे, लेकिन मन मंदिर में बसी आजादी की आकांक्षा कभी खत्म नहीं होने दी।उन्होंने कहा किकोरोना महामारी में हमारे डॉक्टर, हमारे नर्सेस, हमारे पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, वैक्सीन बनाने मे जुटे वैज्ञानिक और सेवा में जुटे नागरिक सभी वंदन के अधिकारी हैं। पीएम ने कहा कि हमारे खिलाड़ियों के सम्मान में आइए कुछ पल तालियां बजाकर उनका सम्मान किया जाए।