बक्सर। बिहार के बक्सर जिले के कोरान सराय पुलिस स्टेशन के कंप्यूटर रुम में मारपीट के आरोपित यमुना सिंह (75) ने बुधवार की रात कथित तौर पर फांसी लगाकर सुसाइड कर ली। इस घटना आक्रोशित मृतक के गांव कोपवां के लोगों ने गुरुवार सुबह एनएच 120 पर कोपवां बस स्टैंड के समीप मेन रोड जाम कर दिया। पुलिस व प्रशासिनक अफसरों ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया।
मृतक के परिजनों व ग्रामीणों का आरोप है कि यमुना सिंह को पुलिस ने टार्चर किया। मारपीट की। पिटाई से मौत होने के बाद फांसी लगाकर सुसाइड का रूप दिया गया। यह भी आरोप है कि कोरान सराय पुलिस ने मौत के बाद बॉडी को जिला मुख्यालय के अस्पताल में ले जाकर इलाज कराने का हाई वोल्टेज ड्रामा किया है। घटनास्थल पर पहुंचे एसपी ने तत्काल प्रभाव से थानेदार को सस्पेंड कर दिया है। इसके बाद लोगों ने जाम समाप्त किया। इस दौरान लगभग तीन घंटे तक आवागमन बाधित रहा।
15 अक्टूबर को दो पक्षों में हुआ था विवाद
कोरानसराय पुलिस स्टेशन एरिया के कोपवां गांव में 15 अक्टूबर को दलित बस्ती के बिट्टू पासवान के बच्चे का विवाद लालधारी सिंह व यमुना सिंह के घर के बच्चों के बीच हुआ था। बच्चों के बीच स्कूल से शुरू विवाद के बाद दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। शाम होते-होते यह विवाद गुटीय तनाव में बदल गया। दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडे व ईंट पत्थर चले। इस विवाद में दोनों पक्षों के लगभग डेढ़ दर्जन लोग जख्मी हो गये। जख्मी का इलाज डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में हुआ। घटना के बाद दोनों ओर से कोरान सराय पुलिस स्टेशनकांड संख्या 123/22 के तहत नामजद प्राथमिकी कराई गई, जिसमें दूसरे पक्ष ने 75 वर्षीय यमुना सिंह को भी नामजद आरोपी बनाया गया। इसी मामले में बुधवार की शाम थानाध्यक्ष जुनैद आलम ने यमुना सिंह को अरेस्ट कर लिया। उन्हें थाने के कंप्यूटर रूम में रखा गया जहां धोती से उन्होंने फंदा लगाकर सुसाइड कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस से लेकर स्वजन तक हक्के-बक्के रह गए।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया पीट पीटकर मर्डर का आरोप
घटना की जानकारी मिलते ही गुरुवार की सुबह परिजनों के साथ लोकल लोगों ने एनएच 120 पर कोपवां बस स्टैंड के समीप रोड जाम कर दिया। मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने कुरान सराय पुलिस पर एकपक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए वृद्ध को पुलिस स्टेशन में ले जाकर टॉर्चर करने और पीट-पीटकर मर्डर करने का गंभीर आरोप लगाया है। मृतक के पुत्र पिंटू सिंह, मनीष सिंह और मुकेश सिंह ने कहा कि इस मामले में दूसरे पक्ष के किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई और 75 वर्ष की उम्र में एक वृद्ध पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए अरेस्ट किया गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष जुनैद आलम सहित दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। एसपी के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए।