Bihar : पटना बीएन कॉलेज में में बमबाजी पर भड़के गवर्नर, ‘मैं राजभवन में बैठकर फैसले नहीं करूंगा’

बिहार की राजधानी पटना के बीएन कॉलेज में बमबाजी के बाद  विरोध प्रदर्शन किया गया। बमबाजी में एक छात्र की मौत से मचे हड़कंप के बाद गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान अचानक बीएन कॉलेज पहुंच गये। गवर्नर ने कॉलेज का दौरा कर वहां  माहौल पर चिंता जतायी। अनुशासन बनाये रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। 

Bihar : पटना बीएन कॉलेज में में बमबाजी पर भड़के गवर्नर, ‘मैं राजभवन में बैठकर फैसले नहीं करूंगा’
बीएन कॉलेज पहुंचे गवर्नर ।
  • बीएन कॉलेज में हुई बमबाजी कांड को लेकर एक्शन मोड में 

पटना। बिहार की राजधानी पटना के बीएन कॉलेज में बमबाजी के बाद  विरोध प्रदर्शन किया गया। बमबाजी में एक छात्र की मौत से मचे हड़कंप के बाद गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान अचानक बीएन कॉलेज पहुंच गये। गवर्नर ने कॉलेज का दौरा कर वहां  माहौल पर चिंता जतायी। अनुशासन बनाये रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। 
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बिहार के गवर्नर सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खां बम से घायल छात्र सुजीत कुमार पांडेय की मौत से जुड़ी घटना की विस्तृत जानकारी के लिए शनिवार को अचानक बीएन कालेज पहुंचे। गवर्नर ने एक घंटा 10 मिनट तक परिसर में रहकर घटना से जुड़ी हर जानकारी विश्वविद्यालय, जिला व पुलिस प्रशासन के अफसरों से प्राप्त की। उन्होंने कॉलेज के माहौल पर चिंता जताई और अनुशासन बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। गवर्नर ने छात्रों और यूनिवर्सिटी प्रशासन दोनों को जिम्मेदारी लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि क्रिमिनल एक्टिविटीज के कारण अनुशासन लागू करने वालों के मन में भी डर है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर क्रिमिनल्स यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए नहीं हैं। वे अवैध रूप से हॉस्टल के कमरों पर कब्जा करके बैठे हैं।
छात्रों की हत्या किसी सूरत में मान्य नहीं
कुलाधिपति ने कहा कि एक साल में विश्वविद्यालय में दो छात्रों की हत्या किसी भी सूरत में मान्य नहीं है। इसके लिए जिम्मेवार कौन हैं? वीसी प्रो. अजय कुमार सिंह और डीएसडब्ल्यू प्रो. अनिल कुमार ने कहा कि माहौल खराब करने में बाहरी असामाजिक तत्व भी शामिल हैं।
25-30 बाहरी तत्व खराब कर रहे हैं माहौल 
पटना ला कालेज में हर्ष राज की हत्या में आरोपित छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है। 25-30 बाहरी तत्व माहौल को खराब कर रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि उनका नाम बताएं। इस पर डीएसडब्ल्यू ने कहा कि यह संभव नहीं है। सिटी एसपी स्वीटी सहरावत ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अज्ञात पर प्राथमिकी के लिए आवेदन देता है। काफी पूछताछ के बाद मामले में शामिल छात्रों का नाम बताया जाता है। 
हत्या कोई सभ्य समाज स्वीकार नहीं कर सकता
गवर्नर ने कहा कि विद्या के मंदिर में छात्र की हत्या कोई सभ्य समाज स्वीकार नहीं कर सकता है। इसके दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि पूरे मामले को देखने और समझने के बाद एक बात पक्की है कि ऐसा वातावरण बन गया है, जिनके ऊपर अनुशासन सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी है, वह भी आपराधिक तत्वों से भय का अनुभव कर रहे हैं।
छात्रावास में अवैध कब्जा करके कमरों में आपराधिक प्रवृत्ति वाले भी बैठे हुए हैं। इसका प्रभाव वैध छात्रों पर भी पड़ता है। माहौल खराब करने वालों को विश्वविद्यालय प्रशासन चिह्नित करेंगे और राजभवन उनके ऊपर कार्रवाई सुनिश्चित करायेगा। 
माता-पिता और गुरु के प्रति सम्मान जरूरी  
बीएन कालेज हास्टल में गवर्नर ने कहा कि माता-पिता और गुरु के प्रति सम्मान नहीं है तो वह भारतीय नहीं है। छात्रों को अपने पुत्र की नजर से शिक्षक देखें। छात्र का प्रथम स्वभाव ही अनुशासन और शिक्षकों का सम्मान है।
खाली कमरे सील करें, तोड़ने पर राजभवन को सूचित करें
गवर्नर हास्टल पहुंचे तो अवैध रूप से रह रहे लोगों के कपड़े रस्सी पर फैले दिखे। उन्होंने कहा कि कुछ कमरे में ताला है और कुछ ऐसे ही हैं। जब अलाटमेंट नहीं है तो विश्वविद्यालय प्रशासन भी एक-एक कमरे में अपना ताला लगाकर सील बंद करें।यदि कोई इसे तोड़ता है तो प्रशासन के साथ तत्काल इसकी जानकारी राजभवन को दें। पुलिस प्रशासन से पूछा कि अवैध रहने वालों पर कार्रवाई कब-कब की गई। गांधी मैदान थानेदार ने बताया कि सुबह ही छोपमारी हुई है। पुलिस देखकर बाउंड्री फांदकर लोग भाग गये।  
छात्रों को पढ़ाया अनुशासन का पाठ  
कुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह, कुलसचिव प्रो. शालिनी, डीएसडब्ल्यू प्रो. अनिल कुमार, प्राक्टर प्रो. मनोज सिन्हा ने एक स्वर में कहा कि छात्र विश्वविद्यालय के पदाधिकारी और शिक्षकों से दुर्व्यवहार करते हैं। इस पर कुलाधपति ने छात्रसंघ अध्यक्ष मौथिली मृणाली और छात्र प्रतिनिधियों से कहा कि यह किसी भी सूरत में मान्य नहीं होगा। छात्रों को अनुशासन में रहना होगा।यदि शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं सुने तो राजभवन आकर मिलें। शिक्षक से कोई दुर्व्यवहार कैसे कर सकता है। छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी समस्याएं लेकर जाने पर मिलते नहीं हैं। इस कारण कभी-कभी कुछ छात्र आक्रोशित हो जाते हैं। छात्र प्रतिनिधियों ने कहा कि 13 मई को घटना घटी, लेकिन दो-ढाई किलोमीटर की दूरी होने के बाद भी कुलपति, डीएसडब्ल्यू, रजिस्ट्रार और प्राक्टर कुलाधपित के आने की सूचना पर शनिवार को पहुंचे हैं। इससे घटना को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की संजीदगी का अंदाजा लगाया जा सकता है। 
घायल छात्र पीएमसीएच में था लावारिस
13 मई को स्नातक के छात्र सुजीत कुमार पांडेय बम से जहां घायल हुआ था, वहां गवर्नर लगभग 45 मिनट तक रहे। घटना की विस्तृत जानकारी प्राचार्य प्रो. राजकिशोर प्रसाद और सिटी एसपी स्वीटी सहरावत ने दी। पुसु अध्यक्ष ने कहा कि घालय छात्र को पीएमसीएच में लावारिस के रूप में भर्ती कराया गया था। इस पर प्रिंसिपल ने कहा कि आक्रोशित छात्रों ने उन्हें कक्ष में बंद कर दिया था। जिस कारण वह घायल छात्र के साथ पीएमसीएच नहीं जा सके। पुलिस की मदद से वह कुछ देर बाद पीछे वाले गेट से पीएमसीएच पहुंचे थे। गवर्नर राज्यपाल ने छात्रों और यूनिवर्सिटी प्रशासन दोनों को जिम्मेदारी लेने के लिए कहा। 
मैं राजभवन में बैठकर फैसले नहीं करूंगा: गवर्नर
कॉलेज का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से बात करते हुए गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि, छात्र संघ एक परिवार की तरह होता है। अनुशासनहीनता के साथ विश्वविद्यालय नहीं चलाया जा सकता है। मेरी अपील है कि विश्वविद्यालय के मामले को जानबूझकर हवा न दी जाए। मैं विश्वास दिलाता हूं कि विश्वविद्यालय की शिक्षा मेरी प्राथमिकता और मेरी सीधी जिम्मेदारी है। उन्होंने  कहा कि, मैं राजभवन में बैठकर फैसले नहीं करूंगा और यदि कोई समस्या होती है तो मैं उन जगहों पर जाऊंगा, जहां पर समस्या है। मैं छात्रों से खासतौर पर विनती करता हूं कि अनुशासनहीनता ना हो। शिक्षकों की भी जिम्मेदारी है कि वे छात्रों को अपने परिवार के बच्चों की तरह ही समझें।
कॉलेज में अनुशासनहीनता सबसे बड़ी समस्या
पत्रकारों से भी गवर्नर ने रिक्वेस्ट की। उन्होंने कहा, 'इसमें आप सब की भी जिम्मेदारी है। मैं आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं, यूनिवर्सिटी के मामले को कोई भी अगर कोई मौका भी दे आपको तो भी सेंसेशनलाइज मत कीजिए। हमारी सबकी कोशिश होनी चाहिए, ये सरस्वती का मंदिर है। इस मंदिर की जो पवित्रता है, वो बनी रहनी चाहिए। इसमें मैं आपका सहयोग मानता हूं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, यूनिवर्सिटी... क्या बल्कि शिक्षा मेरी प्राथमिकता है, मेरे ऊपर वो सीधी जिम्मेदारी है। मैं राजभवन में बैठकर फैसले नहीं करूंगा। अगर कोई समस्या होगी तो मैं उन जगहों पर जाऊंगा जहां समस्या पैदा होती है और मैं छात्रों से खासतौर से हाथ जोड़कर विनती कर रहा हूं। अनुशासनहीनता नहीं। माता-पिता और गुरु... इनका सबका सम्मान करना है, इनका सम्मान नहीं करते हैं तो हम भारतीय नहीं है। हमारी जिम्मेदारी है, जो अथॉरिटीज है, जो टीचर्स है, उनकी जिम्मेदारी है। ये आपके परिवार के बच्चे हैं। जैसे आपके अपने बच्चों से गलतियां होती है। बच्चों से जैसे डील करते हैं, ऐसे इनसे डील करें।
बमबाजी में घायल छात्र की मौत
उल्लेखनीय है मंगलवार को बीएन कॉलेज में परीक्षा चल रही थी। तभी किसी बात को लेकर छात्रों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा गया कि मारपीट शुरू हो गयी। फिर उसी दौरान हुई बमबाजी में सुजीत कुमार नाम का छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसकी इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मृतक रोहतास जिले का रहने वाला था। कॉलेज में वह इतिहास का छात्र था। पुलिस ने बमबाजी के मुख्य आरोपी को आज शनिवार की सुबह अरेस्ट किया है। वहीं, मामले में बीएन कॉलेज हॉस्टल से भी दो पूर्व छात्रों को अरेस्ट किया गया है।
बम ब्लास्ट का मास्टर माइंड गिरफ्तार
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस ने बम कांड के मुख्य आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। उसे गयाजी के सांडा से शनिवार सुबह पकड़ गया है। इसके अलावा, बीएन कॉलेज हॉस्टल से दो पूर्व छात्रों को भी अरेस्ट किया गया। पता चला है कि दोनों जहानाबाद के रहने वाले हैं।
पकड़ा गया बीएन कॉलेज में बम मारने वाला
वहीं, पटना के बीएन कॉलेज में हुए बमकांड के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुख्य आरोपी दीपक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। दीपक कॉमर्स कॉलेज का छात्र है। उसे गयाजी के सांडा से शनिवार की सुबह पकड़ा गया। वो मारपीट के वायरल वीडियो में भी दिखाई दे रहा था। इसके साथ ही, एक और आरोपी छात्र सौरभ को अरवल से गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार देर रात छापेमारी के दौरान बीएन कॉलेज हॉस्टल से दो पूर्व छात्रों, चंदन और मधु को भी पकड़ा गया। ये दोनों जहानाबाद के रहने वाले हैं। बीते मंगलवार को पटना यूनिवर्सिटी के बीएन कॉलेज में छात्रों के बीच विवाद हो गया था। इस दौरान बमबाजी हुई, जिससे कॉलेज में अफरा-तफरी मच गई। बम लगने से सुजीत कुमार नाम के एक छात्र के सिर पर गंभीर चोट आई, जिसकी बाद में अस्पताल में मौत हो गई। मृतक छात्र सुजीत कुमार रोहतास जिले का रहने वाला था। वो बीएन कॉलेज में इतिहास का छात्र था। इसी घटना के बाद गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान बीएन कॉलेज के दौरे पर गये थे।