Bihar: उपेंद्र कुशवाहा ने JDU छोड़ा, 'राष्ट्रीय लोक जनता दल' नई पार्टी बनाने का किया एलान, MLC पद से भी देंगे इस्तीफा
बिहार में उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड से इस्तीफा दे दिया है। बगावती तेवर अपनाये उपेंद्र कुशवाहा ने नई पार्टी नई पार्टी 'राष्ट्रीय लोक जनता दल' बनाने की घोषणा कर दी। कुशवाहा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वे आज से नई शुरुआत करने जा रहे हैं।
पटना। बिहार में उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड से इस्तीफा दे दिया है। बगावती तेवर अपनाये उपेंद्र कुशवाहा ने नई पार्टी नई पार्टी 'राष्ट्रीय लोक जनता दल' बनाने की घोषणा कर दी। कुशवाहा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वे आज से नई शुरुआत करने जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें:Ind W vs Lre w: DLS रूल के हिसाब से इंडिया ने आयरलैंड को पांच रनों से हराया, सेमीफाइनल में इंट्री
मीडिया से बातचीत करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को राज्य चलाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। जॉर्ज फर्नाडिंस के कारण नीतीश कुमार पार्टी के मुखिया बने थे। उस समय बिहार की जनता तबाह थी। बिहार की जनता को उस हालात से निकालने के लिए हमने 10-12 साल तक संघर्ष किया। बिहार को खौफनाक मंजर से निकालने में पूरी ताकत लगा दी। कुशवाहा ने नीतीश कुमार की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि उस समय नीतीश जी ने बहुत अच्छा काम किया था लेकिन अंत भला तो सब भला होता है। बाद में अंत भला नहीं हुआ। मैं अपना हिस्सा मांग रहा था लेकिन अब नीतीश कुमार के पास कुछ बचा ही नहीं हैं।
कुशवाहा ने कहा कि कुछ को छोड़कर जेडीयू में हर कोई चिंता व्यक्त कर रहा था। निर्वाचित सहयोगियों के साथ बैठक हुई और निर्णय लिया गया है। नीतीश कुमार ने शुरुआत में अच्छा किया लेकिन अंत में जिस रास्ते पर उन्होंने चलना शुरू किया है, वह उनके और बिहार के लिए बुरा है। उन्होंने एमएलसी पद से भी इस्तीफा देने की घोषणा की है।
इससे पहले, कुशवाहा ने पटना में 19 व 20 फरवरी को पटना के सिन्हा लाइब्रेरी में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई थी। इसमें जदयू से जुड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। दो दिनों तक चली बैठक में जितेंद्र नाथ, सुभाष कुशवाहा, माधव आनंद, एमएलसी रामेश्वर महतो और रेखा गुप्ता को कुशवाहा ने कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी दी थी। सभी लोग पूर्व में जदयू को पदाधिकारी रह चुके हैं। इस बैठक के शुरू होते ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू से अपनी राहें अलग करने वाले हैं। अंतत: सोमवार को उन्होंने घोषणा भी कर दी।