धनबाद: कोरोना काल में बीसीसीएल को 1202.48 हुआ करोड़ का घाटा
बीसीसीएल को वित्तीय वर्ष 2020-21 में 1202.48 करोड़ का घाटा हुआ है। इससे पहले कंपनी वित्तीय वर्ष 2019-20 में यह सभी टैक्स चुकाने के बाद 918.68 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में थी।
धनबाद। बीसीसीएल को वित्तीय वर्ष 2020-21 में 1202.48 करोड़ का घाटा हुआ है। इससे पहले कंपनी वित्तीय वर्ष 2019-20 में यह सभी टैक्स चुकाने के बाद 918.68 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में थी।
स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) में जमा किये गये आंकड़ों के मुताबिक कंपनी ने वित्तीय वर्ष की लास्ट तिमाही में कंपनी को पटरी पर लाने की भरपूर कोशिश की लेकिन वह घाटे को पाट नहीं सकी। पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले तुलना करें तो हर एरिया में बीसीसीएल पिछड़ती दिख रही है। वित्तीय वर्ष 19-20 में जहां कंपनी ने 27.74 मिलियन टन कोल प्रोडक्शन किया था। वहीं 20-21 में मात्र 24.66 मिलियन टन कोल प्रोडक्शन हो सका है।
वित्तिय 19-20 में 28.76 मिलियन टन कोयले का डिस्पैच किया गया था। वहीं 20-21 में यह घटकर 23.13 मिलियन टन हो गया। कंपनी को वर्ष 19-20 में कोल व अन्य प्रोडक्ट की बिक्री से 8967.56 करोड़ रुपये की इनकम हुई है।वहीं वर्ष 20-21 में यह घटकर 6,149.81 करोड़ रुपये रहा। इस कारण वर्ष 19-20 में 918.68 करोड़ के लाभ वाली कंपनी वर्ष 20-21 में 1,202.48 करोड़ रुपये के घाटे में चली गई। इसका नेट वर्थ 4,297.66 करोड़ रुपये से घटकर 3,088.81 करोड़ रुपये रह गया है।
लास्ट तिमाही में भी सभी मोरचे पर विफल
बीसीसीएल का वित्तिय वर्ष 19-20 में की आखिरी तिमाही में प्रोडक्शन 9.09 मिलियन टन था जबकि वर्ष 20-21 में 7.15 मिलियन टन। वहीं 19-20 की आखिरी तिमाही में डिस्पैच 7.98 मिलियन टन व वर्ष 20-21 में मात्र 6.37 मिलियन टन। वित्तिय वर्ष 19-20 की आखिरी तिमाही में लाभ 2,462.88 करोड़ था। वहीं वित्तिय वर्ष 20-21 में लाभ मात्र 1,769.19 करोड़ रुपये रही। इस कारण से वित्तिय वर्ष की आखिरी तिमाही में भी कंपनी वर्ष 19-20 में 289.27 करोड़ के मुनाफे में थी। जबकि 20-21 में 138.78 करोड़ के नुकसान में रही है।