Dhanbad: बड़े पैमाने पर कोल तस्करी शुरु, चंदन,गणेश, पप्पू व रमेश को मिला माइनिंग कंट्रेक्ट
धनबाद जिले में बड़े पैमाने कोल तस्करी का काम शुरु हो गया है। बाघमारा, निरसा व झरिया इलाके में बीसीसीएल की बंद माइंस से इलिगल माइनिंग करायी जा रही है। इलिगल माइनिंग से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक कोयला गोविंदपुर निरसा के भट्ठों में पहुंच रहा है। कुछ नये और पुराने कोयला माफियाओं ने कोल तस्करी शुरु कर दिया है।
- तस्करों से करोड़ों रुपये की हुई है वसूली
- बाघमारा से लेकर निरसा तक अलग-अलग दो दर्जन लोगों को मिला इलिगल माइनिंग का जिम्मा
- भांटडीह, केसरगढ़, चैतुडीह, तेतुलिया रामकनाली, सिजुआ, लोयाबाद, एकड़ा, निरसा व पंचेत में दर्जनों इलिगल स्थानों पर माइनिंग
- कतरास इलाक में रोहित, वशिष्ट, पप्पू व जैकी का सिंडिकेट कर रहा है काम
- इलिगल माइनिंग से प्रतिदिन निकल रहा है सैंकड़ों ट्रक कोयला
- जमशेदपुर का राजेश व परितोष के साथ-साथ पीयूष को पासिंग का जिम्मा
- एकड़ा व भागाबांध इलाके चल रहा है रिटोलिया का माइंस
धनबाद। धनबाद जिले में बड़े पैमाने कोल तस्करी का काम शुरु हो गया है। बाघमारा, निरसा व झरिया इलाके में बीसीसीएल की बंद माइंस से इलिगल माइनिंग करायी जा रही है। इलिगल माइनिंग से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक कोयला गोविंदपुर निरसा के भट्ठों में पहुंच रहा है। कुछ नये और पुराने कोयला माफियाओं ने कोल तस्करी शुरु कर दिया है।
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कोल तस्करों से करोड़ों रुपये की एडवांस वसूली
सोर्सेज का कहना है कि चंदन, गणेश व पप्पू को, नगदा, भांटडीह, तेतुलिया, आदि कई इलाकों में इलिगल माइनिंग का कंट्रेक्ट मिला है। बाघमारा, झरिया व निरसा एरिया में बड़ै पैमाने पर इलिगल माइनिंग से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक कोयला निकाला जा रहा है।चंदन ने इलिगल कोल बिजनस से झारखंड व बिहार में करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। कोल तस्करों से करोड़ों रुपये की एडवांस वसूली हुई है। इलिगल कोल कारोबार में सीआइएसएफ, पुलिस व माइनिंग विभाग पर भी मिलीभगत का आरोप लग रहा है। हालांकि संबंधित विभाग द्वारा कार्रवाई के नाम पर रेड व एफआइआर कराया जा रहा है। विभाग का कहना है कि इलिगल कारोबार के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इलिगल माइनिंग व बीसीसीएल की कोलियरियों से चोरी कर निकाले गये कोयले को भट्टों में खपाया जा रहा है। कतरास, निरसा आदि कई पुलिस स्टेशनों पर इलिगल कोल लदी ट्रकों को पकड़ कानूनी कार्रवाई की गयी है। पुलिस तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर शिकंजा कस रही है लेकिन धंधा मंदा होने के बजाय लगातार तेज हो रहा है।
जीटी रोड के भट्टों में पहुंच रहा है तस्करी का कोयला
कतरास, केंदुआ, बरवाअड्डा, गोविंदपुर, निरसा, पंचेत एरिया कोल तस्करों का हॉट केक बना हुआ है। जानकार सोर्सेज का कहना है कि गणेश के अलावा, पप्पू, रोहित, वशिष्ट, जैकी के अलावा अन्य तस्करों का इलिगल माइनिंग चल रहा है। निरसा में पोरू, पंचेत व रमेश व प्रत्युष का इलिगल माइंस चल रहा है। जमशेदपुर के राजेश व परितोष के साथ-साथ धनबाद के पीयूष को पासिंग का जिम्मा मिला है। भांटडीह, तेतुलिया, चैतुडीह, केसरगढ़, रामकनाली, मधुबन, सिजुआ, एकड़ा, लोयबाद व केंदुआ व गोधर में इलिगल माइनिंग कर कोयला का स्टॉक किया जा रहा है। रातों रात स्टॉक से कोयले को ट्रक के माध्यम से जीटी रोड के भट्टों में पहुंचाया जा रहा है। निरसा एरिया में एक अफसर का संबंधी का भी इलिगल कोल बिजनस तेजी से चल रहा है। आरोप है कि अफसर ने ही अपने संबंधी की सेटिंग करवायी है। अफसर के संबंधी का धंधा शुरु होने से इलाके में अन्य कई नये प्वाइंट भी खुल गये हैं। इलिगल माइनिंग का माल सीधे भट्ठा में पहुंच रहा है।
एकड़ा में रिटोलिया व तिसरा में प्रकास का राज
एकड़ा कोलियरी के पास सूर्य मंदिर के नजदीक रिटोलिया द्वारा कई इलिगल माइनिंग चलाया जा रहा है। रिटोलिया गैंग कोलियरी से ट्रकों से कोयला निकाल रहा है। एकड़ा कोलियरी में बंद पड़े चानक के मुहाने को खोलवाकर सैकड़ों मजदूरों को लगवाकर बड़े पैमाने पर इलिगल कोल माइनिंग किया जा रहा है। सूर्य मंदिर के पास पासवान बस्ती में कोयला हजारों टन करा रात में ट्रकों कोयला पेलोडर से लोड करवाकर फर्जी कागजात लगाकर कोल मंडियों व भट्ठों में भेजा जाता है। रिटोलिया खुद को दबंग घराने के भैया का साथ मिल रहा है। घनुडीह और तिसरा इलाके में प्रकाश ने पासिंग लेकर दर्जनों ट्रक अवैध निकाल जीटी रोड के भट्ठों में भेज रहा है। घनुडीह और तिसरा में प्रकाश ने पासिंग लिया है। वह घनुआडीह, कुईयां, बेरा और दोबारी के बंद पड़े माइंस से इलिगल माइनिंग करवा रहा है। घनुआडीह के साव बंद लोहा गोदाम में छोटे वाहनों इलिगल माइनिंग का कोयला जमा किया जाता है। यह कोयला रात में में बड़े ट्रकों पर लोड करवाकर गोविंदपुर के भट्ठे को भेज रहा है। निरसा व पंचेत इलाके में रमेश के राज चल रहा है।
चंदन, गणेश, वशिष्ठ, माधो, रमेश और रिटोलिया पर पुलिस हेडक्वार्टर की नजर
धनबाद में पुलिस और जिला प्रशासन की टीम कोल तस्करों के खिलाफ अभियान चला रही, लेकिन एक-दो मामलों को छोड़ तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने में विफल साबित हो र रही है। कोयला तस्करी का मामला पुलिस स्टेशन में दर्ज होता है। मामले में ट्रक ड्राइवर को अरेस्ट कर जेल भेज दिया जाता है। लेकिन पुलिस न तो बड़े तस्करों व न हौ ट्रांसपोर्टर के खिलाफ कार्रवाई कर पाती है। ड्राइवर व खलासी को जेल भेज खानापूर्ति कर लेती है। चंदन, गणेश, वशिष्ठ, माधो, रमेश और रिटोलिया पर पुलिस हेडक्वार्टर की भी नजर है। पुलिस हेडक्वार्टर की टीम कभी भी धमक सकती है।
पुलिस हेडक्वार्टर की टीम भी मार चुकी है रेड
धनबाद में कोल तस्करी की सूचना पर पुलिस हेडक्वार्टर की टीम रेड मार चुकी है। रेड की सूचना लोकल पुलिस को नहीं लही। रेड के बाद टीम ने लोकल पुलिस स्टेशन को सूचना देकर बुलाया था। झारखंड पुलिस हेडक्वर्टर व सीआईडी के पास कई बड़े कोयला तस्करों की कुंडली मौजूद है। रिटोलिया, वशिष्ठ, माधो,गणेश व रमेश की तलाश की जा रही है।
रेड के बाद फिर शुरु हो जाता है धंधा
कहा जा रहा है कि पुलिस हेडक्वार्टर की रेड व जिला पुलिस कप्तान द्वारा हाल ही कराये गये इलिगल कोल कारोबारियों के खिलाफ रेड से बाद से धंधा मंद नहीं पड़ा है। इलिगल कोल कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई में शिथिलता पर पुलिस अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई की गयी है। रेड के बाद कोल तस्करी फिर से चालू हो जाता है। कहा जाता है कि जिले में कोल कोल तस्करी का धंधा संगठित पैमाने पर चल रहा है।