धनबाद: स्टूडेंट्स पिटाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवकों पर पुलिस ने फिर किया लाठीचार्ज, एक का सर फूटा
जैक बोर्ड की 12वीं एग्जाम में फेल होने वाली छात्राओं की पिटाई के खिलाफ समाहरणालय पर प्रदर्शन कर रहे ABVP व बीजेयुमो कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने फिर लाठी चार्ज किया। इसमें कई कार्यकर्ताओं का सर फट गया है। स्टूडेंट्स पिटाई कांड के खिलाफ आयोजित शनिवार को धनबाद के समर्थन में समाहरणालय पर प्रदर्शन कर रहे थे।
धनबाद। जैक बोर्ड की 12वीं एग्जाम में फेल होने वाली छात्राओं की पिटाई के खिलाफ समाहरणालय पर प्रदर्शन कर रहे ABVP व बीजेयुमो कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने फिर लाठी चार्ज किया। इसमें कई कार्यकर्ताओं का सर फट गया है। स्टूडेंट्स पिटाई कांड के खिलाफ आयोजित शनिवार को धनबाद के समर्थन में समाहरणालय पर प्रदर्शन कर रहे थे।
सूचना मिलने के बाद एएसपी मनोज स्वर्गीयार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। आक्रोशित ABVP नेताओं ने एएसपी घेराव किया। जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
एबीवीपी के कार्यकर्ता लाठीचार्ज के बाद काफी आक्रोशित थे।समाहरणालय में शुक्रवार को हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गु्प्ता से से मिलने गये छात्र - छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में अभाविप ने धनबाद बंद बुलाया था। कार्यकर्ताओं ने धनबाद बंद के शहर में रोड जाम कर धरना दिया। रोड पर टायर जलाया व प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा दिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बीजेपी कार्यकर्ता हाथों में पोस्टर बैनर और तख्तियां लेकर राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोड पर धरना पर बैठे। रणरोड जाम व धरना के कारण स्टेशन रोड, कोर्ट रोड, लुबी सर्रकुलर रोड और रणधीर वर्मा चौक पर वाहनों का परिचालन बंद रहा। धनबाद एसडीएम व पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मागं गयी।
झरिया में बंद का असर देखा गया।बंद को लेकर पुलिस और प्रशासन सुबह से ही हरकत में दिखी। रणधीर वर्मा चौक पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अफसर, महिला पुलिस की लाठी पार्टी को तैनात किया गया था। एएसपी मनोज स्वर्गीयार के साथ धनबाद व बैंक थानेदार मोरचा संभाले हुए थे।
उल्लेखनीय है कि जैक बोर्ड में 12 वीं फेल किये गये बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स शुक्रवार को उपायुक्त डीसी ऑफिस बन्ना गुप्ता से मिलने पहुंचे थे। वेलोग जबरन मिनिस्टर से मिलना चाह रहे थे। इस दौरान एसडीएम सुरेंद्र कुमार के नेतृ्तव में पुलिस ने छात्राओं पर बेरहमी से लाठियां बरसाई गईं। एसडीएम सुरेद्र कुमार खुद लाठी चला रहे थे। इसमें कई छात्र-छात्राएं घायल हुए थे। मिनिस्टर के साथ हस्तक्षेप के बाद पुलिस कस्टडी में लिये गये स्टूडेंट्स को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया था।