धनबाद: फोटो सेशन के चक्कर में भटिडा फॉल में डूबा मनईटांड़ का युवक
मनईटांड़ गोल बिल्डिंग निवासी अमन कुमार सिन्हा रविवार को भटिंडा फॉल की तेज धार बह गया। दोस्तों के शोर मचाने पर लोकल लोग व मुनीडीह ओपी प्रभारी रोशन बाड़ा मौके पर पहुंचे। गोताखोरों की टीम शआम चार बजे अमन को खोजने फॉल में उतरी, लेकिन एक घंटे बाद पानी के तेज बहाव व अंधेरा हो जाने के कारण बाहर निकल गये। गोताखोरों की टीम सोमवार की सुबह अमन को ढूंढ़ेगी।
- अमन के मोबाइल से दोस्त बना रहा था फोटो
- बचने के लिए तीसरे दोस्त का पकड़ा पैर, दोनों बहे
- चट्टान पकड़ने से बची एक युवक की जान
धनबाद। मनईटांड़ गोल बिल्डिंग निवासी अमन कुमार सिन्हा रविवार को भटिंडा फॉल की तेज धार बह गया। दोस्तों के शोर मचाने पर लोकल लोग व मुनीडीह ओपी प्रभारी रोशन बाड़ा मौके पर पहुंचे। गोताखोरों की टीम शआम चार बजे अमन को खोजने फॉल में उतरी, लेकिन एक घंटे बाद पानी के तेज बहाव व अंधेरा हो जाने के कारण बाहर निकल गये। गोताखोरों की टीम सोमवार की सुबह अमन को ढूंढ़ेगी।
बताया जाता है कि रविवार दोपहर करीब 12 बजे अमन अपनी बाइक से मनईटांड़ माड़ी गोदाम के अपने दो दोस्त धीरज साव (22) व जीत विश्वास (20) के साथ भटिंडा फॉल घूमने आया था। तीनों दोस्त फॉल के किनारे बैठकर अपने साथ लाया स्नैक्स खाये। इसके बाद अमन व धीरज फॉल के मेन झरना के समीप नहाने लगे। अमन के मोबाइल से जीत फोटो खींच रहा था। नहाने के क्रम में अमन झरना के समीप समतल जमीन पर बैठ गया। कुछ देर के बाद लेट गया। पानी की तेज धार में अमन बहने लगा। अमन ने अपने दोस्त धीरज का पैर पकड़ लिया। इसके बाद दोनों बहने लगे। कुछ आगे जाने पर धीरज ने एक बड़ी चट्टान को पकड़ लिया। पानी के बहाव के चलते अमन का हाथ धीरज के पैर से छूट गया और वह नीचे की ओर बह गया। धीरज को एक अन्य पर्यटक ने सहारा देकर बचा लिया। अमन लगभग 50 मीटर तक पानी के बहाव में ऊपर-नीचे होते रहा फिर ओझल हो गया।
घर का इकलौता संतान था अमन
अमन अपने घर का इकलौता संतान था। अमन की मां का निधन एक साल पहले हो गयी है। वह अपने पिता अजय कुमार सिन्हा (55) व 70 वर्षीय दादी के साथ मनईटांड़ में भाड़े के मकान में रहता था।