Jharkhand: पलामू में JJMP के सबजोनल कमांडर अनिल भुइयां ने किया सरेंडर

उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के सबजोनल कमांडर अनिल भुइयां उर्फ प्रकाश जी उर्फ जय प्रकाश जी उर्फ ओमप्रकाश, पिता कपिल भुइयां ने मंगलवार को को सरेंडर कर दिया। सबजोनल कमांडर ने पलामू पुलिस ऑफिस में एसपी के समक्ष सरेंडर किया। अनिल भुइयां ने एक देशी कट्टा एवं दो 315 बोर की दो गोली के साथ सरेंडर किया।

Jharkhand: पलामू में JJMP के सबजोनल कमांडर अनिल भुइयां ने किया सरेंडर
  •  एसपी और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने डाले हथियार

पलामू। उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के सबजोनल कमांडर अनिल भुइयां उर्फ प्रकाश जी उर्फ जय प्रकाश जी उर्फ ओमप्रकाश, पिता कपिल भुइयां ने मंगलवार को को सरेंडर कर दिया। सबजोनल कमांडर ने पलामू पुलिस ऑफिस में एसपी के समक्ष सरेंडर किया। अनिल भुइयां ने एक देशी कट्टा एवं दो 315 बोर की दो गोली के साथ सरेंडर किया।

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अनिल भुइयां चैनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के ग्राम डोकरा, टोला सेमरहट का रहने वाला है। उसके खिलाफ बाद में एक और चैनपुर पुलिस स्टेशन में दो क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इनमें चिमनी भट्ठो के मालिकों से रंगदारी, पुलिस बल पर फायरिंग एवं इलिगल आर्म्स बरामद होने, वाहन जला देने आदि शामिल है।पलामू पुलिस जेजेएमपी सबजोनल कमांडर अनिल भुइयां के सरेंडर को पलामू पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि पुलिस ऑपरेशन के कारण नक्सली एवं उग्रवादी संगठन कमजोर हो रहे हैं। उसके कैडर लगातार आत्मसर्मपण करने लगे हैं। जयप्रकाश पलामू के हुसैनाबाद, चैनपुर, रामगढ़ समेत कई इलाकों में सक्रिय रहा  है। कई बड़ी घटनाओं का आरोपी रह चुका है। उसे झारखंड गवर्नमेंट की सरेंडर पॉलिसी के तहत लाभ दिया जायेगा। मौके पर सीआरपीएफ 134 पलामू बटालियन के कमांडेंट सुदेश कुमार तथा सीआरपीएफ 172 बटालियन गढ़वा के कमांडेंट नृपेन्द्र कुमार सिंह मौजूद थे।

जमीन विवाद के बाद बन गया उग्रवादी

अनिल भुइयां जमीन विवाद के बाद उग्रवादी बन गया था। लगभग छह वर्ष पहले झारखंड जनमुक्ति परिषद के कैडर के संपर्क में आया था, जिसके बाद वह इस संगठन में शामिल हो गया। एसपी ने कहा कि पांच वर्ष तक अनिल भुइयां जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा के दस्ते में रहा। इसके बाद रामसुदंर भुइयां के दस्ते में शामिल हो गया। रामगढ़ पुलिस स्टेशन एरिया में जिस समय रामसुंदर का उसके साथी उग्रवादियों के साथ भिड़त हुई, उस समय अनिल भुइयां वहां मौजूद था। इसके बाद वह सीआरपीएफ के संपर्क में आया और फिर सरेंडर करने का मन बनाया। एसपी ने कहा कि सीआरपीएफ अफसरों से प्रभावित होकर जेजेएमपी सबजोनल कमांडर का सरेंडर यह साबित करता है कि सीआरपीएफ सही दिशा में कार्य करती है।