झारखंड: सत्ता के करीब रहकर MLA इरफान अंसारी उठाते रहे फायदे, मिनिस्टर बनने की लालच में बन गये बागी!
जामताड़ा के कांग्रेस एमएलए डॉ इरफान अंसारी के विवादों से पुराना नाता रहा है। अपने पिता की सीट से दूसरी बार एमएलए बने डॉ. इरफान की महत्वाकांक्षा मिनिस्टर बनने की है। खुद को वर्तमान सीएम का दोस्त व करीबी बताकर राजनीतिक व प्रशासनिक फायदा लेते रहे हैं। पैरवी के बल पर उनके द्वारा लिये गये लाभ के मामले की जांच हो ते कई नये खुलासे हो सकते हैं।
रांची। जामताड़ा के कांग्रेस एमएलए डॉ इरफान अंसारी के विवादों से पुराना नाता रहा है। अपने पिता की सीट से दूसरी बार एमएलए बने डॉ. इरफान की महत्वाकांक्षा मिनिस्टर बनने की है। खुद को अब तक वर्तमान सीएम का दोस्त व करीबी बताकर राजनीतिक व प्रशासनिक फायदा लेते रहे हैं। पैरवी के बल पर उनके द्वारा लिये गये लाभ के मामले की जांच हो तो कई नये खुलासे हो सकते हैं।
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इरफान के पिता फुरकान अंसारी पुराने कांग्रेसी लीडर हैं। वह एमएलए व मिनिस्ट भी रह चुके हैं। एमपी भी रहे हैं। जामताड़ा के इलाके में अल्पसंख्यकों के बीच दोनों पिता पुत्र की अच्छी पैठ है। वे अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में भी रहते हैं। पिछले दिनों जामताड़ा में अल्पसंख्यक इलाकों में सरकारी स्कूल को शुक्रवार के दिन बंद रखने और रविवार को खुलने को लेकर भी विवादों में आये थे। रांची हिंसा पर भी उनका बयान विवादास्पद रहा है। एक खास वर्ग के अफसर को टारगेट करते रहे । इस कारण कांग्रेस को बार-बार असहज होना पड़ता है।
इरफान अपने पिता फुरकान को गोड्डा से एमपी का टिकट की चाहत रखते हैं। पिछली बार टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। दो-बार से पिता को राज्यसभा टिकट के लिए लॉबिंग करते रहे लेकिन असफलता हाथ लगी। अपने या पिता को प्रदेश अध्यक्ष बनवाने की कोशिश में भी असफलता हाथ लग चुकी है। आरोप है कि इरफान लगातार पार्टी के मिनिस्टर्स के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। कांग्रेस के पिछले प्रदेश प्रभारी रहे आरपीएन सिंह से छत्तीस का रिश्ता रहा है। हालांकि अब आरपीएन सिंह कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
जामताड़ा में मरजी की चाहिए डीसी व एसपी
आरोप है कि डॉ इरफान को मिनिस्टर के साथ-साथ जामताड़ा जिले की कमान चाहिए। डीसी व एसपी उनके मरजी की होनी चाहिए। इंस्पेक्टर व थानेदार भी मन की होनी चाहिए। पूर्व में जिले का डीसी व एसपी को बदलवा चुके हैं। कहा जा रहा है कि एक विवादास्पद एसपी व डीएसपी को जामताड़ा में पोस्टिंग कराना चाहते हैं। आरोप है कि धनबाद के राजगंज में जीटी रोड पर फरजी एनकाउंटर व ट्रक ड्राइवर गोलीकांड के आरोपी डीएसपी मजरूल होदा का जामातड़ा में पोस्टिंग इनके पैरवी पर ही हुई है। हालांकि व जिले में डीएसपी नहीं है लेकिन साईबर डीएसपी की जिम्मेवारी संभाल रहे हैं। इरफान की धौंस थानों में चलती है। अभी टाउन इंस्पेक्टर की पोस्टिंग भी उनकरी पैरवी पर ही किये जाने का आरोप लग रहे हैं।