झारखंड: 16 मई से बिना E Pass के स्टेट में नो इंट्री, बोडर्स पर बने 98 चेक पोस्ट

झारखंड में कोरोना वायरस की संक्रमण चेन को तोड़ने के लिए 16 मई से 27 मई तक सख्ती के साथ स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलेगा। स्टेट में 16 मई से बिना पास वाले वाहनों की नो-एंट्री रहेगी। 

झारखंड: 16 मई से बिना E Pass के स्टेट में नो इंट्री, बोडर्स पर बने 98 चेक पोस्ट
  • जिलों में लगभग पांच हजार अतिरिक्त जवान तैनात 

रांची। झारखंड में कोरोना वायरस की संक्रमण चेन को तोड़ने के लिए 16 मई से 27 मई तक सख्ती के साथ स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलेगा। स्टेट में 16 मई से बिना पास वाले वाहनों की नो-एंट्री रहेगी। 
इंटर स्टेट बोर्डर से सटे स्टेट के सभी जिलों में कुल 98 चेक पोस्ट बनाये गये हैं। जहां से स्टेट के अंदर इंट्री करने वालों को पास दिखाना होगा। ये चेक पोस्ट झारखंड से सटे हुए स्टेट बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ व ओडिशा की सीमा पर बने हैं। पास के लिए झारखंड सरकार ने ई-पास पोर्टल शुरू किया है, जिसपर ई-पास डाउनलोड किया जा सकता है।

बिना पास वालों को स्टेट में आने का वाजिब कारण बताना होगा। इस बैन से व्यवसायिक मालवाहक वाहनों को मुक्त रखा गया है। बसों का परिचालन पूरी तरह बंद रहेगा। पुलिस हेडक्वार्टर ने पुलिस चेक पोस्ट सहित सभी भीड़भाड़ वाले स्थान पर सरकार के कोरोना को लेकर जारी दिशा-निर्देश का पालन कराने के लिए लिए सभी जिलों में पांच हजार अतिरिक्त बल को तैनात किया है। इनमें तीन हजार अतिरिक्त पुलिस अफसर व जवानों के अलावा आठ इको कंपनी व पांच रैपिड एक्शन पुलिस (रैप) शामिल हैं। इन्हें रूल्स तोड़ने वालों से सख्ती बरतने का आदेश मिला हुआ है, ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।

किस जिले में कितने चेक पोस्ट

रांची (दो, बंगाल सीमा पर), गुमला (दो, छत्तीसगढ़ सीमा पर), सिमडेगा (तीन, ओडिशा व छत्तीसगढ़ सीमा पर), चाईबासा (छह, ओडिशा सीमा पर), जमशेदपुर (आठ, बंगाल व ओडिशा सीमा), सरायकेला (तीन, बंगाल), धनबाद (चार, बंगाल सीमा), बोकारो (सात, बंगाल सीमा), पलामू (तीन, बिहार सीमा), गढ़वा (तीन, यूपी व छत्तीसगढ़ सीमा), लातेहार (तीन, छत्तीसगढ़ सीमा), चतरा (दो, बिहार सीमा), हजारीबाग (दो, बिहार सीमा), गिरिडीह (एक, बिहार सीमा), रामगढ़ (एक), कोडरमा (दो, बिहार सीमा), दुमका (तीन, बंगाल एवं बिहार सीमा), देवघर (पांच, बिहार सीमा), गोड्डा (14, बिहार सीमा), पाकुड़ (सात, बंगाल सीमा), जामताड़ा (सात, बंगाल सीमा) व साहिबगंज (10, बिहार तथा बंगाल सीमा)।
ई-पास से ही क्वारंटाइन की होगी ट्रेसिंग
ई-पास डाउनलोड करते वाले को अपना पूरा ब्योरा देना पड़ता है। जैसे वे कहां से कहां जा रहे हैं और क्यों व कितने दिनों के लिए जा रहे हैं। दूसरे स्टेट से झारखंड आने वालों की ट्रेसिंग भी संबंधित जिले का प्रशासन इसी ई-पास के जरिये करेगा।  उसमें दिए हुए नंबर पर संपर्क कर हाल-चाल लेगा। स्टेट में आने वाले को सात दिनों का होम या संस्थागत क्वारंटाइन होना अनिवार्य है। इसका औचक निरीक्षण ई-पास में दिये गये पते व संपर्क नंबर के माध्यम से जिला प्रशासन करेगा। जो उस नियम को तोड़ेंगे, उनके विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई भी होगी। हालांकि, जिन्हें 72 घंटे के भीतर वापस लौट जाना है, उनपर सात दिनों के क्वारंटाइन की बाध्यता नहीं है।
ई-पास के लिए प्रक्रिया 
epassjharkhand.nic.in लॉग इन करें।
एक्टिव मोबाइल नंबर को दो बार रिजस्टर्ड करने का ऑप्शन आयेगा, जिसे रजिस्टर्ड करना होगा।
फोन नंबर डालने के बाद खुद ही एक पासवर्ड जनरेट करना होगा। पासवर्ड बनाने के लिए एक पॉलिसी बनायी गयी है।पासवर्ड में एक Capital Letter, एक lower case letter, एक न्यूमेरिक नंबर (0 – 9) और एक स्पेशन कैरेक्टर (!@#$%^&*()_+[{}) रखना अनिवार्य होगा। जैसे आप पासवर्ड– Amit@21.
फिर पासवर्ड कंफर्म करने का ऑप्शन आयेग, जिसपर पासवर्ड डालना होगा।
इसके बाद  झारखंड सरकार का डैसबोर्ड सामने आयेगा, जिसपर फोन नंबर,पासवर्ड डालने के बाद पसर्नल जानकारी देने का ऑप्शन खुल जायेगा।
पसर्नल जानकारी और डॉक्यूमेंट जमा करने के ऑप्शन में डिटेल जानकारी देनी होगी।
डॉक्यूमेंट के लिए वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस का ऑप्शन दिया गया है। जो भी डॉक्यूमेंट सम्मिट करते हैं, उसका आईडी नंबर और एक फोटो (250 KB, JPG फॉर्मेट) में होना चाहिए।.
पर्सनल जानकारी देने के बाद आपके पास ई-पास का ऑप्शन आयेगा। ई-पास चार प्रकार के लिए जारी होगा, इसमें आपको बताना होगा कि
आप झारखंड से बाहर जाना चाहते हैं।
जिला से बाहर जाना चाहते हैं, लेकिन राज्य के अंदर।
जिला के अंदर आना-जाना करना चाहते हैं।
बाहर से झारखंड आना चाहते हैं.आपको बताना होगा कि आपको किस प्रकार के पास की जरूरत है।