यूपी: अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का नाम होगी धन्नीपुर मस्जिद, कैंपस में बनेगी 300 बेड की स्पेशिलिटी हॉस्पीटल
अयोध्या में पांच एकड़ में बनने वाली मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद होगी। कैपस में सुपर स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल, कल्चरल रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी और किचन भी बनेगा।
- डिजाइन व नक्शा पास होने के बाद ढाई साल में होगी तैयार
लखनऊ। अयोध्या में पांच एकड़ में बनने वाली मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद होगी। कैपस में सुपर स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल, कल्चरल रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी और किचन भी बनेगा।
डिजाइन व नक्शा पास होने के ढाई साल के अंदर तैयार हो जायेगी। कैंपस में 300 बेड की स्पेशिलिटी हॉस्पीटल भी बनेगी। मस्जिद निर्माण के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड ने इण्डो इस्लामिक फाउण्डेशन के नाम से एक ट्रस्ट गठित किया है।लखनऊ के ट्रस्ट के ऑफिस में शनिवार को आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के आर्किटेक्ट प्रोफेसर एसएम अख्तर ने सार्वजनिक किया। वर्ल्ड में सबसे अलग मॉडर्न डिजाइन प्रोफेसर अख्तर ने ही तैयार किया है। यह जानकारी मस्जिद की ट्रस्ट इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव अतहर हुसैन ने दी है।
हॉस्पीटल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा
अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद के साथ सुपर स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल, कल्चरल रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी और किचन भी बनेगा। उन्होंने कहा मस्जिद का नाम बाबरी मस्जिद नहीं बल्कि धन्नीपुर मस्जिद होगा। मस्जिद, हॉस्पीटल आदि का नक्शा अयोध्या जिला पंचायत में जमा होगा या अयोध्या विकास प्राधिकरण में इस बाबत आर्किटेक्ट प्रो.अख्तर ही राय देंगे। हॉस्पीटल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और उसमें लगने वाले उपकरण बाहर से मंगवाये जायेंगे। इसलिए अभी इस पूरे प्रोजेक्ट निर्माण की लागत का आंकलन नहीं किया गया है। इस प्रोजेक्ट के सलाहकार व क्यूरेटर जेएनयू के प्रो.पुष्पेश पंत हैं। उन्होंने बताया कि इस मस्जिद में भारतीय और इस्लामी संस्कृति की नायाब झलक मिलेगी।
मस्जिद में एक समय में दो हजार लोग नमाज अदा कर सकेंगे
अहतर ने बताया कि मस्जिद में एक समय में दो हजार लोग नमाज अदा कर सकेंगे। पूरी मस्जिद को सोलर लाइट से ही पावर सप्लाई मिलेगी। मस्जिद कैंपस की डिजाइन आर्किटेक्ट रिलीज होने के बाद इसका नक्शा पास करवाने की कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी। कोशिश की जा रही है कि 26 जनवरी या 15 अगस्त के दिन इसकी नींव रखी जाए।अतहर हुसैन ने कहा कि मॉडर्न डिजाइन की इस मस्जिद में बाबरी ढांचे की कोई झलक तक नहीं दिखाई देगी।
धन्नीपुर गांव के ग्राम प्रधान राकेश कुमार यादव ने बताया कि यह इलाका बड़ा धार्मिक पर्यटन केंद्र बनने जा रहा है। इससे क्षेत्र का विकास होगा।आर्किटेक्ट प्रफेसर अख्तर ने कहा कि हॉस्पीटल महज कंक्रीट का ढांचा नहीं होगा बल्कि मस्जिद की वास्तुकला के अनुरूप इसे तैयार किया जायेगा। इसमें 300 बेड की स्पेशिएलिटी इकाई होगी, जहां डॉक्टर बीमार लोगों का मुफ्त इलाज करेंगे।