jamtara cyber crime: पुलिस रेड में छह साइबर ठग अरेस्ट, 15 भाग निकले

झारखंड के जामताड़ा में साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस की रेड में छह शातिर साइबर ठग को पकड़ा गया है।  पुलिस रेड में पता चला इन ठगों के गैंग में कई महिलाएं व युवतियां भी शामिल हैं। पुलिस को देख महिलाओं व युवतियों समेत तकरीबन 15 से ज्यादा ठग भाग निकले।महिला पुलिस की गैरमौजूदगी की वजह से एक महिला को मौके पर ही छोड़ना पड़ा। यह जानकारी जामताड़ा एसपी मनोज स्वर्गियारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है। 

jamtara cyber crime: पुलिस रेड में छह साइबर ठग अरेस्ट, 15 भाग निकले
  • गैंग में शामिल हैं कई युवती-महिलाएं

जामताड़ा। झारखंड के जामताड़ा में साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस की रेड में छह शातिर साइबर ठग को पकड़ा गया है।  पुलिस रेड में पता चला इन ठगों के गैंग में कई महिलाएं व युवतियां भी शामिल हैं। पुलिस को देख महिलाओं व युवतियों समेत तकरीबन 15 से ज्यादा ठग भाग निकले। महिला पुलिस की गैरमौजूदगी की वजह से एक महिला को मौके पर ही छोड़ना पड़ा। यह जानकारी जामताड़ा एसपी मनोज स्वर्गियारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है। 

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एसपी ने बताया कि ट्रेनी आईपीएस राकेश सिंह की अगुवाई में साइबर पुलिस स्टेशन की टीम ने शुक्रवार को नारायणपुर थाना क्षेत्र के मोहलीडीह और करमाटांड़ पुलिस स्टेशन एरिया के सीताकाटा गांव में रेड करने की गई। इस दौरान मोहलीडीह से विशाल दास, शरत दास, राजेश दास, सचिन दास और रोहित दास को पकड़ा गया। करमाटांड़ पुलिस स्टेशन एरिया के सीताकाटा कुंदन दास को अरेस्ट किया गया है।आरोपितों के पास से 15 मोबाइल, 28 अलग-अलग कंपनियों के सिम कार्ड और एक एटीएम कार्ड बरामद हुआ है।
हवेलीनुमा बिल्डिंग में सोर्सेज का कहना है कि जिस ठिकाने पर जमा होकर ये शातिर साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे, उस हवेली जैसी बिल्डिंग को बनाने में लगभग 70-80 लाख रुपये खर्च किए गये होंगे। साइबर ठगी के पैसे से ही से ही यह बिल्डिंग बनायी गयी होगी। पुलिस रेड के दौरान इन साइबर ठगों के ग्रुप में 20 से 25 लोग मौके पर ही मौजूद थे। पुलिस के आने की भनक लगते ही इनमें से कई मौका पाकर भाग निकले।

फेसबुक व वाट्सऐप पर क्रेडिट देने के नाम पर ठगी
पुलिस की जांच में यह पता चला है कि आरोपित लोगों को फेसबुक व वाट्सऐप पर विभिन्न बैंकों के क्रेडिट बनवाने समेत अन्य तरीके अपनाकर ठगी का शिकार बना रहे थे।इससे पहले ये शातिर लोगों को बकाया बिजली बिल का भुगतान करने और केवाईसी अपडेट के नाम पर भी ठग चुके हैं। ये लोग  इन दिनों तमिलनाडु, आसाम, बिहार और ओडिशा समेत अन्य कई राज्य के लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे थे।जांच के दौरान एक मोबाइल डिटेल्स से ही 2.5 लाख रुपये की ठगी की बात सामने आई है, जबकि आरोपितों के पास से कुल 15 मोबाइल मिले हैं और पुलिस विभाग की टैक्निकल सेल की टीम अभी इनकी जांच करने में जुटी है।

बंगाल समेत अन्य स्टेट से मंगाया जा रहे हैं ठगी के लिए सिम कार्ड
एसपी स्वर्गियारी ने बताया कि ये शातिर ज्यादातर ठगी के मामलों में बंगाल के मुर्शिदाबाद व उड़ीसा से मंगवाये गये सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। पिछले दिनों भी दिल्ली पुलिस के हाथ चढ़े साइबर ठगों के पास से 25 हजार सिम कार्ड बरामद हुए थे। यह सिम अलग-अलग साइबर ठगों को बंगाल के मुर्शिदाबाद का रहने वाला शातिर पहुंचाने का काम करता था। पुलिस टीम बाहर से लाकर जामताड़ा में इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल सिम की जांच कर रही है। ताकि साइबर ठगों पर शिकंजा कसा जा सके।