बिहार:आरा-सासाराम रेल लाइन पर बड़ा हादसा टला, 56 स्लीपर डैमेज व क्लैंप टूटकर बिखरे, छह घंटे तक खड़ी रहीं ट्रेनें
आरा-सासाराम रेल लाइन पर सोमवार की रात व मंगलवार की सुबह बड़ा हादसा टल गया। भोजपुर के उदवंतनगर रेलवे स्टेशन के समीप रेल की पटरी के टूटकर दो हिस्सों में बंटी थी। साथ ही सीमेंट के 56 स्लीपर टूटकर डैमेज मिले। इन सभी स्लीपर को पटरी से जोड़कर रखने वाले पैंडल क्लैंप भी टूटकर अलग-अलग बिखरे पड़े थे।
पटना। आरा-सासाराम रेल लाइन पर सोमवार की रात व मंगलवार की सुबह बड़ा हादसा टल गया। भोजपुर के उदवंतनगर रेलवे स्टेशन के समीप रेल की पटरी के टूटकर दो हिस्सों में बंटी थी। साथ ही सीमेंट के 56 स्लीपर टूटकर डैमेज मिले। इन सभी स्लीपर को पटरी से जोड़कर रखने वाले पैंडल क्लैंप भी टूटकर अलग-अलग बिखरे पड़े थे।
उक्त मामले की सूचना मंगलवार की सुबह लगभग छह बजे गड़हनी के स्टेशन मैनेजर डीके राय को मिली। सूचना मिलते ही स्टेशन मैनेजर घटनास्थल पर पहुंचे तो ट्रैक की स्थिति देखकर उनके होश उड़ गये। उन्होंने रेलवे के सीनीयर अफसरों को घटना की जानकारी दी। सुबह में इस लाइन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों को आरा व गड़हनी में रोकवाया। घटना की सूचना पंडित दीनदयाल उपाध्याय डिवीजन के डीआरएम तक पहुंची। आनन-फानन में बिक्रमगंज व सासाराम से इंजीनियर व आरपीएफ व रेल अफसरों की टीम घटनास्थल पर पहुंच छानबीन की।
घटना के संबंध रेल अफसर ने बताया कि सुबह कीमैन ने ट्रैक क्षतिग्रस्त होने की सूचना दी। पटरी और बड़ी संख्या में स्लीपर सहित पैंडल क्लैंप कैसे टूटे, इसकी जांच की जा रही है। रेल अफसरों ने आशंका जताई है कि देर शाम असामाजिक तत्वों ने रेल पटरी के आठ फुट का कोई टुकड़ा ट्रैक में फंसा दिया था, जो ट्रेन के गुजरने के दौरान फंस गया। इससे बड़ी संख्या में पैंडल क्लैंप टूटकर बिखर गये और स्लीपर क्षतिग्रस्त हो गये। उक्त टुकड़ा घटना स्थल पर दो टुकड़ों में मिला है। ट्रैक की मरम्मत करने के लिए स्टाफ व मजदूर पहुंचे। लगभघ साढ़े पांच घंटे बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया गया। बाद में डीडीयू जंक्शन से भी अफसर पहुंचे।