झारखंड: हेमंत सोरेन गवर्नमेंट ने विधानसभा में जीता विश्वास मत, पक्ष में 48 वोट पड़े

झारखंड में एक पखवारे से चल रहे सियासी घमासान के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया है। गवर्नमेंट के पक्ष में 48 वोट पड़े हैं, जबकि बीजेपी ने सदन का बहिष्कार कर दिया। कैश कांड में गिरफ्तार कांग्रेस के तीन एमएलए विधानसभा नहीं पहुंचे। जबकि बीजेपी के 26 आजसू पार्टी के दो और दो निर्दलीय एमएलए ने वोटिंग का बहिष्कार किया।

झारखंड: हेमंत सोरेन गवर्नमेंट ने विधानसभा में जीता विश्वास मत, पक्ष में 48 वोट पड़े
  • बीजेपी ने किया वॉकआउट

रांची। झारखंड में एक पखवारे से चल रहे सियासी घमासान के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया है। गवर्नमेंट के पक्ष में 48 वोट पड़े हैं, जबकि बीजेपी ने सदन का बहिष्कार कर दिया। कैश कांड में गिरफ्तार कांग्रेस के तीन एमएलए विधानसभा नहीं पहुंचे। जबकि बीजेपी के 26 आजसू पार्टी के दो और दो निर्दलीय एमएलए ने वोटिंग का बहिष्कार किया।

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लोकतंत्र को बचाने के लिए सत्र बुलाया: हेमंत
सीएम हमंत सोरेन ने कहा कि कहा कि हमने सब्जी, राशन और कपड़ा खरीदने की बातें सुनी थीं। भाजपा तो विधायक खरीद रही है। भाजपा के वॉकआउट पर कहा कि विपक्ष इस प्रस्ताव को पूरा सुने। मैदान छोड़कर बाहर न जाए। मैं आंदोलनकारी का बेटा हूं। इनसे डरने वाला नहीं हूं। न डरा हूं और ना ही किसी को डराऊंगा।हमने लोकतंत्र को बचाने के लिए हमने यह विधानसभा सत्र बुलाया। उन्होंने  विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बीजेपी पर आरोप लगाया। सोरेन ने कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए देश में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें नहीं हैं वहां वह लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने के प्रयास कर रही है।

सदन के बाहर और अंदर, दोनों जगह दिखा रहे ताकत
हेमंत सोरेन ने सदन के अंदर कहा कि हम सदन के बाहर भी अपनी ताकत दिखा रहे हैं। सदन के अंदर भी ताकत दिखा रहे है। सीएम ने कहा कि झारखंड सरकार राज्य में 1932 का खतियान लागू करने की तैयारी में हैं। सोरेन ने कहा- 1932 का खतियान और ओबीसी के मामले में जल्द सरकार आगे बढ़ने वाली है। 1985 की स्थानीयता इन्होंने परिभाषित की। जब 85 की स्थानीयता घोषित हुई तो ताली बजाकर कह रहे थे कि 85 का ही खतियान बेस्ट है।

इससे पहले रायपुर से आये सभी यूपीए एमएलए को विशेष बस में सर्किट हाउस से लेकर विधानसभा लाया गया था। सभी एमएलए को विधानसभा में अंदर लाया गया, जिस गेट से सीएम खुद जाते हैं। दरअसल विधानसभा में दो गेट है एक गेट से मुख्यमंत्री दूसरे गेट से आम विधायक जाते हैं लेकिन आज यूपीए के सभी एमएलए को उस गेट से ले जाया गया, जहां से सीएम जाते हैं। विश्वास प्रस्ताव लाने के चलते सभी एमएलए को मौजूद रहने के निर्देश दिये गये थे।

विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी झामुमो
झारखंड में सत्तारूढ़ यूपीए गठबंधन के 30 एमएलए सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने के लिए रायपुर से रविवार दोपहर को रांची वापस आये थे। ये एमएलए 30 अगस्त से रायपुर के पास एक रिसॉर्ट में डेरा डाले हुए थे। हेमंत सोरेन सरकार को 49 एमएलए का समर्थन प्राप्त है। 81 सदस्यीय सदन में वर्तमान में सबसे बड़ी पार्टी झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक एमएलए हैं। मुख्य विपक्षी दल बीजेपी के 26 एमएलए हैं। 
बीजेपी ने वॉक आउट किया। विश्वासमत पर वोटिंग को बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

मुस्लिम तुष्टिकरण में जुटी है सरकार:  नीलकंठ 

बीजेपी एमएलए ने विधानसभा के सामने प्रदर्शन किया। वे सोरेन के एमएलए के छत्तीसगढ़ जाने और दुमका हत्याकांड का मुद्दा उठा रहे थे।बीजेपी एमएलए नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा- ना ही कोर्ट की ओर से, ना ही राज्यपाल ने बहुमत साबित करने को कहा, फिर सरकार विश्वासमत क्यों लाना चाहती है। बीते दिनों से सीएम विधायकों को लेकर जिस तरह से घूम रहे हैं। उससे लगता है कि उन्हें अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है। सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण में लगी है। राज्य की बेटियों पर अत्याचार हो रहा है, लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता है।

हमने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की: दीपिका

कांग्रेस एमएलए दीपिका पांडेय ने कहा झारखंड सरकार में अस्थिरता पैदा करने वाले असमंजस में हैं। महामहिम हफ्ते भर से दिल्ली में क्या कर रहे हैं। आज वापसी हो रही है तो आगे क्या होगा। केंद्र और राज्य के बीजेपी लीडर हैं वो राजनीति षडयंत्र करने में व्यस्त हैं। हमारी सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने का काम किया। 1.5 लाख कर्मचारियों के हितों की रक्षा की।