जज उत्तम आनंद मौत मामला, सीबीआई ने हाईकोर्ट में सौंपी रिपोर्ट, कहा-ऑटो की टक्कर से हुई मौत
धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत के मामले को लेकर शुक्रवार को हाईकोर्ट में वर्चुअल सुनवाई हुई। सीबीआई ने कोर्ट को जांच रिपोर्ट सौंपी। सीबीआई ने रिपोर्ट में कहा कि जज की मौत ऑटो के धक्के से ही हुई है. लेकिन इसके पीछे किसी का षड्यंत्र है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
- फिलहाल षड्यंत्र की जानकारी नहीं
- HC ने कहा- प्लेन से लाया जाये नारको टेस्ट का सैंपल, ट्रेन से लाने पर हो सकती है छेड़छाड़
- सीबीआइ ने गांधी सेवा सदन के केयर टेकर से दुबारा की पूछताछ
- घटनास्थल पर मौजूद रहे लंबा आदमी को खोज रही है सीबीआइ
रांची। धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत के मामले को लेकर शुक्रवार को हाईकोर्ट में वर्चुअल सुनवाई हुई। सीबीआई ने कोर्ट को जांच रिपोर्ट सौंपी। सीबीआई ने रिपोर्ट में कहा कि जज की मौत ऑटो के धक्के से ही हुई है. लेकिन इसके पीछे किसी का षड्यंत्र है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
हाई कोर्ट ने सीबीआई को कहा है कि इस मामले की जांच अच्छी तरह से करके पता करें कि मौत के पीछे किसी का षड्यंत्र तो नहीं है। चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और वशिष्ट नारायण प्रसाद की बेंच में सुनवाई के दौरान कोर्ट को जानकारी दी गयी कि अभी सीबीआई जांच प्रक्रिया में लगी हुई है। नारको टेस्ट के लिए सैंपल दूसरे राज्य में भेजा गया है।
होम सेकरटेरी व और एफएसएल डायरेक्टर उपस्थित हुए
कोर्ट ने कहा कि जो जांच रिपोर्ट आयेगी, उसे प्लेन से लाया जाये। क्योंकि ट्रेन से आने के दौरान उसमें छेड़छाड़ हो सकता है। कोर्ट ने दोनों आरोपितों लखन वर्मा एवं राहुल वर्मा को पर्याप्त सुरक्षा देने को कहा है। कोर्ट को अंदेशा है कि अगर कोई बड़ा षडयंत्र हुआ तो उनपर हमला हो सकता है। कोर्ट ने उन्हें हवाई जहाज से ही ले जाने और लाने को कहा है। कोर्ट में होम सेकरटेरी व और एफएसएल डायरेक्टर उपस्थित हुए। डायरेक्टर ने अपना पक्ष रखते हुए कोर्ट को बताया एफएसएल के विस्तारीकरण के लिए टेंडर कर दिया गया है। जल्द ही इसे शुरू कर दिया जायेगा। शुरू होते ही सारी जांच प्रक्रिया अपने राज्य में ही होगा।
हाई कोर्ट कर रही मोनेटरिंग
.सुप्रीम कोर्ट ने जज उत्तम आनंद मर्डर केस में सुनवाई करते हुए सीबीआई को निर्देश दिया था कि जांच का स्टेटस रिपोर्ट झारखंड हाईकोर्ट को सौंपे। हाईकोर्ट जांच की मॉनिटरिंग करता रहेगा। सीबीआइ इस मामले में पहली वीकली रिपोर्ट हाईकोर्ट में सौंप चुकी है, लेकिन कोर्ट रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं थी और आवश्यक दिशा निर्देश दिये थे।
सीबीआइ ने गांधी सेवा सदन के केयर टेकर से दुबारा की पूछताछ
सीबीआई ने जज उत्तम आनंद मौत मामले में शुक्रवार को गांधी सेवा सदन के केयर टेकर से फिर पूछताछ की। सीबीआई टीम उसे पूछताछ के लिए ऊपर वाले हॉल में ले गयी। केयर टेकर को सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया. इसमें एक व्यक्ति रणधीर वर्मा चौक के पास खड़े होकर पूरा घटनाक्रम देख रहा है। उसके बाद वह वहां से चला जाता है। सीबीआइ ने केयर टेकर से गांधी सेवा सदन का गेट खोलने और बंद करने का समय पूछा। उसका मोबाइल नंबर लिया। केयर टेकर ने सीबीआइ को बताया कि वह यहीं रहता है। जब मीडियाकर्मी आते हैं तो गेट खुलता है।शाम होने के बाद बंद कर दिया जाता है।
घटनास्थल पर मौजूद रहे लंबा आदमी को खोज रही है सीबीआइ
सीबीआइ को पता चला है कि जज की मौत के समय एक उम्रदराज लंबा व्यक्ति घटनास्थल रणधीर वर्मा चौक के आसपास काफी देर तक मौजूद रहा था। जज की मौत के बाद वह वहां से चला गया था। इस व्यक्ति का संबंध जज उत्तम आनंद की मौत से हो सकता है। सीबीआइ उस व्यक्ति की जानकारी जुटाने में लगी है। सीबीआई टीम ने घटनास्थल के आसपास के कई दुकानदारों से पूछताछ की।
मिल्क बूथ संचालक से पूछताछ
सीबीआइ के दो अफसर रणधीर वर्मा चौक पर एसएसएलएनटी की ओर जाने वाली रोड पर स्थित एक मिल्क बूथ संचालक से पूछताछ की। सीबीआइ अफशरों ने उस व्यक्ति की फोटो भी मोबाइल पर दुकानदार को दिखाई। उसके बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया। दुकानदार को बताया गया कि 28 जुलाई की सुबह जब जज उत्तम आनंद को आटो से धक्का लगा था, तब दुकानदार बाल्टी में पानी लेकर रोड क्रास कर रहा था। इसके थोड़ी देर बाद एक लंबा और थोड़ा उम्रदराज व्यक्ति उसकी दुकान में आया। कुछ सामान लेकर चला गया। सीबीआइ ने दुकानदार से यह जानने का प्रयास किया कि वह व्यक्ति कौन था और क्या सामान खरीदा था। उसका हावभाव कुछ अलग था या नहीं। उसने दुकानदार से कुछ बातचीत की थी कि नहीं।
सीसीटीवी फुटेज दिखाकर पूछताछ
सीबीआइ की टीम ने दुकानदार को घटना के दिन का सीसीटीवी फुटेज भी दिखाया। फुटेज में वह संदिग्ध व्यक्ति दुकान पर आते दिख रहा है। हालांकि दुकानदार उस व्यक्ति के बारे में कोई खास जानकारी नहीं दे पाया। उसने उसे पहचानने से इन्कार किया। कहा कि वह दुकान का रोगुलर कस्टमर नहीं है। यदि रोगुलर कस्टमर या आसपास का व्यक्ति होता तो वह जरूर पहचान लेता। संबंधित व्यक्ति बारे में आसपास के अन्य दुकानदारों से भी पूछताछ की गई। सीबीआइ की टीम ने रणधीर वर्मा चौक स्थित गांधी सेवा सदन के केयरटेकर से भी घटना को लेकर जानकारी लेने का प्रयास किया। केयर टेकर ने कहा कि वह गांधी सेवा सदन कैंपस में अपने परिवार के साथ रहता है। घटना गांधी सेवा सदन के पूर्वी छोर की ओर हुई थी। उसे इस बावत कुछ भी नहीं पता। केयरटेकर को भी उस संदिग्ध व्यक्ति की फोटो दिखाई गई, लेकिन उसने भी उसे पहचानने से इन्कार किया।
फ्लैश बैक
धनबाद के जज उत्तम आनंद की 28 जुलाई की सुबह ऑटो के धक्के से मौत हो गयी थी। धक्का मारकर ऑोटो भाग निकला था। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि साइड से चल रहे जज को ऑटो जक्का मारकर भाग जाता है। मामले में पुलिस मर्डर केस दर्ज कर जांच कर रही थी। पुलिस ने ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा एवं उसके साथ ही राहुल वर्मा अरेस्ट कर लिया। संबंधित ऑटो भी जब्त कर ली गयी।मामले की जांच के लिए झारखंड गवर्नमेंट ने एडीजी (ऑपरेशन) संजय आनंद लाठकर के नेतृत्व में एसआइटी गठित की थी। झारखंड हाइकोर्ट ने उसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया था। एसआईटी गठित कर मामले की जांच की जा रही थी. इसी बीच राज्य सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा की। सेंट्रल से अनुमति मिलने के बाद सीबीआई ने मामले को हैंड ओवर कर एफआइआर दर्ज की। अब सीबीआइ मामले की जांच कर रही है।