बिहार: मुजफ्फरपुर में Superintendent Engineer की गाड़ी से मिला 18 लाख कैश, आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज
मुजफ्फरपुर पुलिस ने दरभंगा के ग्रामीण कार्य विभाग के Superintendent Engineer अनिल कुमार की गाड़ी से 18 लाख रुपये कैश बरामद किये हैं। मुजफ्फरपुर-हाजीपुर एनएच पर कुढ़नी पुलिस स्टेशन एरिया की फकुली ओपी पुलिस ने पंचायत चुनाव के मद्देनजर की जा रही वाहन जांच के दौरान चेंकिग में इंजीनिर की गाड़ी सेरकम बरामद की है।
- पंचायत चुनाव को लेकर चल रही थी गाड़ियों की जांच
- पीआर बॉड पर छूटे इंजीनियर व ड्राइवर
मुजफ्फरपुर। पुलिस ने दरभंगा के ग्रामीण कार्य विभाग के Superintendent Engineer अनिल कुमार की गाड़ी से 18 लाख रुपये कैश बरामद किये हैं। मुजफ्फरपुर-हाजीपुर एनएच पर कुढ़नी पुलिस स्टेशन एरिया की फकुली ओपी पुलिस ने पंचायत चुनाव के मद्देनजर की जा रही वाहन जांच के दौरान चेंकिग में इंजीनिर की गाड़ी सेरकम बरामद की है।
पुलिस ने जांच के दौरान Superintendent Engineer की स्कार्पियो रोकी थी। जांच में गाड़ी की डिक्की में बैग में 18 लाख कैश रखी हुई थी। Superintendent Engineer और उनके ड्राइवर से पूछताछ की गई। पुलिस ने चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में एफआईआर दर्ज कर Superintendent Engineer व ड्राइवर को पीआर बांड पर छोड़ दिया है।दरभंगा प्रमंडल के ग्रामीण कार्य विभाग के Superintendent Engineer अनिल कुमार खगड़िया जिले के अलौली पुलिस स्टेशन एरिया के मलौली गांव के निवासी हैं।
एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि पंचायत चुनाव को लेकर नियमित वाहन जांच का निर्देश है।फकुली पुलिस पोस्ट पर वाहन जांच के दौरान एक सफेद रंग की स्कार्पियो को रोका गया। गाड़ी पर सवार व्यक्ति ने खुद को Superintendent Engineer बताया। उनकी गाड़ी की जांच की गई। गाड़ी की डिक्की से नोटों से भरा बैग मिला। इस संबंध में पूछे जाने पर वे किसी प्रकार का कागजात नहीं दिखा सके। इसके बाद उन्हें ओपी लाया गया। बरामद राशि जब्त कर ली गई है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट व विजीलेंस के अफसरों से इसकी जांच को लेकर संपर्क किया गया है। एसएसपी ने कहा कि पुलिस ने अपनी कार्यवाही पूरी कर ली है। आगे की जांच निगरानी, आयकर व ग्रामीण कार्य विभाग कर सकती है।
पटना से दरभंगा जा रहे थे इंजीनियर
Superintendent Engineer अनिल कुमार पटना से दरभंगा जा रहे थे। बरामद राशि दरभंगा के किसी कंट्रेक्टर की है। हालांकि, पलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने कहा कि जांच व पूछताछ पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि बरामद कैश किसकी है। शुरू में बरामद राशि तीस लाख रुपये होने का अनुमान लगाया गया था लेकिन गिनती के बाद 18 लाख रुपये मिलने की पुष्टि की गई।
विजीलेंस जांच की संभावना
मामले की जांच विजीलेंस से कराई जा सकती है। इसके लिए पुलिस विजीलेंस के अफसरों से संपर्क करेगी। मामले की सूचना ग्रामीण कार्य विभाग को भी दी जायेगी।