धनबाद: जज की मर्डर में प्रयुक्त ऑटो गिरिडीह से बरामद, दो लोग पुलिस कस्टडी में
धनबाद के जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद को धक्का मारने वाले ऑटो को पुलिस ने गिरिडीह से बरामद कर लिया है। इस मामले में पुलिस दो-तीन लोगों को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।
- पाथरडीह से चोरी की गयी थी ऑटो
धनबाद। धनबाद के जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद को धक्का मारने वाले ऑटो को पुलिस ने गिरिडीह से बरामद कर लिया है। इस मामले में पुलिस दो-तीन लोगों को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।
रणधीर वर्मा चौक के समीप ऑटो ने जज उत्तम आनंद को बुधवार की सुबह पांच बजकर आठ मिनट पर धनबाद के टक्कर मारकर भाग निकला था। जज की मौत बाद में सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि यह एक महज हादसा नहीं है। जज को मारने के लिए ऑटो का इस्तेमाल किया गया है।
ऑटो के साथ दो अरेस्ट
जज को उड़ाने के लिए जिस ऑटो का प्रयोग हुआ वह पाथरडीह की सुगनी देवी की है। सुगनी के अनुसार बुधवार की तड़के उसका ऑटो चोरी हो गया है। पुलिस ने गिरिडीह के मुफ्फिसल पुलिस स्टेशन एरिया के डांडीडीह से ऑटो बरामद किया है। पिंटु वर्मा और राहुल वर्मा को धनबाद पुलिस गिरिडीह से साथ लायी है। कस्टडी में लिये गये दोनों से धनबाद के एसएसपी और सिटी एसपी पूछताछ कर रहे हैं।पिंटु और राहुल वर्मा आपस में रिलेवटिव जा रहे हैं। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि जज की मर्डर में इन दोनों का ही हाथ है। मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से कई जिलों की पुलिस खुलासे में लगी हुई है। अलग-अलग पुलिस टीम मामले में शामिल लोगों की पकड़ने के लिये अलग-अलग जगहों पर रेड कर रही है।
सीबीआइ जांच की मांग
उत्तम आनंद के छोटे भाई सुमन आनंद ने पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट है कि उनकी मर्डर की गई है। मामले की जांच कोर्ट की निगरानी में हो। मेरे भाई की मर्डर करने वालों को सजा मिले। लोगों को न्याय देने वाले के परिवार को आज खुद इंसाफ की जरूरत है।
हजारीबाग में हुआ अंतिम संस्कार
जज उत्तम आनंद का पार्थिव शरीर बुधवार की देर रात हजारीबाग शिवपुरी स्थित उनके आवास पर ले जाया गया। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में शहर के लोग भी जुटे हैं। जज की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। हजारीबाग मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
उत्तम आनंद कई महत्वपूर्ण मामलों की कर रहे थे सुनवाई
जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद धनबाद में छह महीने पहले बोकारो से ट्रांसफर होकर आये थे। वह रंजय सिंह मर्डर केस समेत कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई कर रहे थे।
SC बार अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में रखा मामला, सीबीआई जांच की मांग
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष व सीनीयर एडवोकेट विकास सिंह ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया है। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मामले का उल्लेख किया। विकास सिंह ने कहा कि जज जब सुबह मॉर्निंग वाक पर निकले थे, तभी ऑटो से टक्कर मारकर उनकी मर्डर की गई। विकास सिंह ने इसे न्यायपालिका पर बेरहमी से हमला बताया।
बेंच को दिखाया CCTV फुटेज
एडवोकेट विकास सिंह ने बेंच के सामने सीसीटीवी फुटेज भी प्रस्तुत किया। कहा कि इस मामले को सीबीआई को सौंपना चाहिए। उन्होंने बेंच के सामने कहा कि लोकल पुलिस आमतौर पर ऐसे मामलों में शामिल होती है। एक जज मार्निंग वॉक पर एक वाहन से टकरा जाता है। एडवोकेट विकास ने कहा कि गैंगस्टरों से संबंधित बेल पिटीशन पर जज उत्तम आनंद सुनवाई कर रहे थे। यह न्यायिक स्वतंत्रता पर हमला है.
एडवोकेट विकास सिंह ने आग्रह किया कि सुप्रीम कोर्ट को इस मुद्दे पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। जस्टिस चंद्रचूड़ ने सुझाव दिया कि इसका उल्लेख चीफ जस्टिस के समक्ष किया जाना चाहिए। हालांकि एडवोकेट विकास सिंह ने जवाब दिया कि आज सीजेआई के समक्ष उल्लेख उपलब्ध नहीं है। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि वह सीजेआई को संदेश देने की कोशिश करेंगे। विकास सिंह ने भी सीजेआई के समक्ष उल्लेख करने का प्रयास करने पर सहमति व्यक्त की।