इंडिया-चाईना टेंशन: अरुणाचल प्रदेश से लापता पांच इंडियन युवकों को चीन ने भारत को सौंपा
नई दिल्ली। इंडिया-चाइना बोर्डर पर जारी टेंशन के बीच चीन ने अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांचों इंडियन युवक अपनी सरजमीं पर लौट गये हैं। अरुणाचल प्रदेश से भटकर चीन की बोर्डर में लापता हुए पांचों युवकों को चीनी सेना(पीएलए) ने भारत को सौंप दिया। चीनी सेना पीएलए ने बीते दिनों कहा था कि चार सितंबर को अपर सुबनसिरी जिले में इंडिया-चीन बोर्डर से लापता हुए पांच युवक उन्हें बोर्डर पार मिले थे। हालांकि, देश के पक्ष इसकी सूचना सबसे पहले कांग्रेस एमएलए निनॉन्ग इरिंग ने दी थी। उन्होंने कथित तौर पर पांचों युवकों को चीन द्वारा आगवा किए जाने की बात कही थी।
नई दिल्ली। इंडिया-चाइना बोर्डर पर जारी टेंशन के बीच चीन ने अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांचों इंडियन युवक अपनी सरजमीं पर लौट गये हैं। अरुणाचल प्रदेश से भटकर चीन की बोर्डर में लापता हुए पांचों युवकों को चीनी सेना(पीएलए) ने भारत को सौंप दिया।
चीनी सेना पीएलए ने बीते दिनों कहा था कि चार सितंबर को अपर सुबनसिरी जिले में इंडिया-चीन बोर्डर से लापता हुए पांच युवक उन्हें बोर्डर पार मिले थे। हालांकि, देश के पक्ष इसकी सूचना सबसे पहले कांग्रेस एमएलए निनॉन्ग इरिंग ने दी थी। उन्होंने कथित तौर पर पांचों युवकों को चीन द्वारा आगवा किए जाने की बात कही थी।न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तेजपुर में डिफेंस के पीआरओ ने कहा कि इंडियन आर्मी ने सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद आज किबिट्टू में पांचों भारतीय युवकों (अरुणाचल प्रदेश से लापता) को रिसीव किया। अब कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार, उन पांचों नागरिकों को 14 दिनों के क्वारंटाइन किया जायेगा। उसके बाद उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जायेगा।
बताया जाता है कि एक ग्रुप के दो सदस्य जंगल में शिकार के लिए गये थे और लौटने पर उन्होंने उक्त पांच युवकों के परिवार वालों को जानकारी दी थी। कहा गया कि तोच सिंगकम, प्रसात रिंगलिंग, डोंगतु एबिया, तनु बाकर और नगरु दिरी नामक युवकों को सेना के गश्ती क्षेत्र सेरा-7 से चीनी सैनिक ले गये हैं। यह स्थान नाचो से 12 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। मैकमोहन रेखा पर स्थित नाचो अंतिम प्रशासनिक क्षेत्र है और यह दापोरीजो जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर दूर है। सेंट्रल मिनिस्टर किरण रिजिजू ने शुक्रवार को ट्वीट कर बताया था कि चीन की पीएलए ने भारतीय सेना से इस बात की पुष्टि की है कि वह अरुणाचल प्रदेश के युवकों को हमें सौंप देंगे। चीनी सेना ने बताया था कि आज 12 सितंबर को किसी भी समय एक निर्दिष्ट स्थान पर सौंपा जा सकता है।
ऐसे सामने आया मामला
सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश से कांग्रेस एमएलए निनॉन्ग इरिंग ने दावा किया था कि चीन की पीपुल्स रिपब्लिक आर्मी ने भारत के पांच युवकों को कथित तौर पर अगवा कर लिया है। एमएलए इरिंग ने पीएमओ को टैग कर मामला संज्ञान में लाया था। एमएलए ने दावा किया था कि अरुणाचल प्रदेश के सुबनसिरी जिले के पांच लोगों को अगवा किया गया है। उन्होंने सेंट्रल गवर्नमेंट से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अरुणाचल प्रदेश से लापता पांच युवाओं नाम तोच सिंगकम, प्रसात रिंगलिंग, डोंग्टू इबिया, तनु बाकर और नगारु डिरी को चार सितंबर को अगवा किया था। पीएलए ने मंगलवार को बताया था कि भारत-चीन सीमा से चार सितंबर को लापता हुए पांच युवा उसे सीमा के उस पार मिले हैं। युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री और अरुणाचल से एमपी किरन रिजिजू ने एक ट्वीट में कहा कि भारतीय सेना द्वारा हॉटलाइन पर भेजे गए संदेश में पीएलए ने स्वीकार किया कि अरुणाचल प्रदेश के पांच लापता युवक चीन में हैं।