पटना:  तेजप्रताप अपने घर के बाहर धरने पर बैठे, बोले-तेजस्वी को नहीं बनने देंगे CM, लालू-राबड़ी पहुंचकर मनाया

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को दिल्ली से पटना आने बाद फैमिली व पार्टी में फिर विवाद खड़ा हो गया है। पहले से ही पार्टी और फैमिली में खुद को उपेक्षित महसूस करते आ रहे तेजप्रताप यादव ने आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के व्यवहार से आहत होकर पार्टी से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया। 

पटना:  तेजप्रताप अपने घर के बाहर धरने पर बैठे, बोले-तेजस्वी को नहीं बनने देंगे CM, लालू-राबड़ी पहुंचकर मनाया
  • तेजप्रताप यादव ने पिता के धोए पैर

पटना। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को दिल्ली से पटना आने बाद फैमिली व पार्टी में फिर विवाद खड़ा हो गया है। पहले से ही पार्टी और फैमिली में खुद को उपेक्षित महसूस करते आ रहे तेजप्रताप यादव ने आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के व्यवहार से आहत होकर पार्टी से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया। तेज प्रताप यादव रविवार रात नौ बजे अपने आवास के सामने स्ट्रैंड रोड पर धरने पर बैठ गये।  तेज प्रताप का धरना तुड़वाने लालू प्रसाद और राबड़ी देवी उनके आवास पर पहुंची। तेज प्रताप ने लालू प्रसाद यादव का पैर धोया। इसके बाद  लालू प्रसाद और राबड़ी देवी दोनों वापस चले गये।तेज प्रताप भी अपने आवास में चले गये। 

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तेजस्वी के खिलाफ हुए तेज प्रताप
पहली बार तेजप्रताप ने अपने 'अर्जुन' (भाई तेजस्वी यादव) पर खुलकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को तो समझना चाहिए था कि आज मेरे भी पिता पटना आये हैं। आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दिया। यही हाल रहा तो मेरा अर्जुन गद्दी पर नहीं बैठ पायेगा। उन्हें सीएम नहीं बनने देंगे। धरने पर बैठते समय तेजप्रताप ने कहा कि अंधड़ आये या शीत गिरे। पिता के आने तक धरना जारी रहेगा। उनके निशाने पर जगदानंद सिंह के साथ तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव हैं। दिल्ली से चलने के पहले लालू ने दोनों भाइयों में किसी तरह के विवाद से इनकार किया करते हुए कहा था कि दोनों एक हैं। 
पटना एयरपोर्ट पर लालू की अगवानी के लिए गये तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह और विधान परिषद सदस्य सुनील कुमार सिंह पर आरोप लगाया कि उनके लोगों ने उन्हें धक्का दिया। राबड़ी देवी के आवास के बाहर भी उनके लोगों ने उन्हें ठेला। इस कारण वह बाहर से ही लौट गये। मीडिया से बातचीत में तेजप्रताप ने  कहा कि आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने मेरी बेइज्जती की। अपने गुंडों से धक्का दिलवाया। तेजप्रताप ने जगदानंद व सुनील को आरएसएस का एजेंट बताते हुए कहा कि जबतक उन्हें राजद से बाहर नहीं किया जाएगा, तबतक मेरा राजद से कोई मतलब नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि मेरे पिता गाड़ी के अंदर थे। उन्होंने नहीं देखा है। वह कार्रवाई करें तभी मैं परिवार और पार्टी में लौटूंगा।
तेज प्रताप यादव ने घर पर लगाया वेलकम बोर्ड
तेज प्रताप यादव ने अपने सरकारी आवास पर पिता के स्वागत के लिए सजावट कराई है। उन्होंने दरवाजे पर Welcome My Father' लिखवाया है। खुद पटना एयरपोर्ट भी पहुंचे थे।
'मेरी मेहनत पर फेरा पानी, युवा होंगे नाराज'
इसेस पहले तेज प्रताप यादव ने कहा कि पिता लालू प्रसाद के स्वागत के लिए उन्होंने बिहार भर से अपनी छात्र जनशक्ति परिषद् के युवा कार्यकर्ताओं को बुलाया था। उन्होंने पटना एयरपोर्ट पर लालू जी का जोरदार स्वागत भी किया। लेकिन फिर हमको धक्का देकर पिताजी को हमसे दूर कर दिया गया। ऐसे में बिहार भर के हमारे युवा कार्यकर्ता पार्टी से नाराज हो जाएंगे। यह पार्टी के लिए काफी बुरा होगा।

सुनील, संजय, जगदानंद का लिया नाम

तेज प्रताप यादव ने तीन लोगों का नाम लिया। इन्हें ही उनकी पार्टी से दूरी का जिम्मेदार बताया। तेज प्रताप यादव ने कहा कि एयरपोर्ट पर जगदानंद सिंह, सुनील सिंह और संजय यादव जैसे लोग मौजूद थे। इन सभी की वजह से मुझे पार्टी में दूर किया जा रहा है। राजद में संघी मानसिकता के लोग आ गए हैं। ये लोग मिलकर पार्टी को अंदर ही अंदर खत्म कर रहे हैं। मुझे अब इस पार्टी से कोई मतलब नहीं है। मुझे बस अपने पिताजी से मतलब है।

'गीदड़ो से कह दो-----

इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है, 'गीदड़ो से कह दो की आज जरा घर से बाहर ना निकले क्योंकी शेर आज वापस आ रहा है ! बिहार की जनता की आवाज जिसे बंद करने का प्रयास किया गया लेकिन सत्य प्रताड़ित किया जा सकता है पराजित नहीं! वंदे मातरम्।'