पेसेंट की वाइफ से छेड़खानी का आरोपी वार्ड ब्वॉय अरेस्ट, भागलपुर के ग्लोकल हॉस्पीटल पर भी एक्शन, पीड़िता ने उठाया Patna Police पर सवाल
भागलपुर पुलिस ने ग्लोकल हॉस्पीटल में वार्ड बॉय द्वारा पेसेंट की वाइफ से छेड़छाड़ मामले वार्ड बॉय ज्योति को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने पेसेंट की रिपोर्ट से संबंधित कागजात भी जब्त कर ली है।
पटना। भागलपुर पुलिस ने ग्लोकल हॉस्पीटल में वार्ड बॉय द्वारा पेसेंट की वाइफ से छेड़छाड़ मामले वार्ड बॉय ज्योति को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने पेसेंट की रिपोर्ट से संबंधित कागजात भी जब्त कर ली है।
पीड़ित महिला ने पीड़ित महिला ने वार्ड बॉय की गिरफ्तारी के बाद भागलपुर पुलिस की प्रशंसा करते हुए धन्यवाद दिया है। पीड़िता ने पटना पुलिस से सवाल करते हुए कहा है कि जब भागलपुर पुलिस ने स्वत संज्ञान पर कार्रवाई की है तो, पटना पुलिस के सामने क्या दिक्कत है? पीड़िता ने मीडियाकर्मियों को भी सहयोग के लिए अभार जताया है।
मामले में भागलपुर एसएसपी के निर्देश पर गठित टीम को निर्देश दिया गया कि मामले में पुलिस अपने बयान पर एफआइआर दर्ज करेगी। इसके बाद महिला थाना की प्रभारी के बयान के आधार पर एफआइआर दर्ज कर आरोपी ज्योजित को अरेस्ट किया गया। मामले में पुलिस द्वारा दर्ज किये गये केस में वायरल हो रहे पीड़ित महिला के वीडियो को आधार बनाकर आरोप लगाया गया है। मामले में हॉस्पीटल मैनेजमेंट और अन्य लोगों की संलिप्तता पर भी जांच चल रही है। एसएसपी निताशा गुड़िया ने ग्लोकल हॉस्पीटल के वार्ड अटेंडेंट ज्योति कुमार की गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार रात प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है।
प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से एसएसपी ने बताया है कि 10 मई को पीड़ित महिला ने पटना में मीडियाकर्मियों के समक्ष बयान दिया कि उन्होंने अपने हसबैंड व मां का कोरोना संक्रमण होने के बाद भागलपुर ग्लोकल हॉस्पीटल में इलाज के लिये एडमिट कराया था। इलाज के दौरान ग्लोकल हॉस्पीटल के वार्ड ब्यॉय ने उनके साथ छेड़छाड़ की। इसकी सूचना एसएसपी को सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल वीडियो से प्राप्त हुई। इसके बाद मामले में डीएम से विचार विमर्श कर उक्त घटना की जांच के लिये तीन मेंबर की टीम गठित करएएसडीएम अन्नु कुमारी, एएसपी सिटी पूरन कुमार झा व महिला थाना प्रभारी रीता कुमारी को शामिल किया गया।टीम ने सोमवार शाम को ही ग्लोकल अस्पताल पहुंच मामले की जांच की और हॉस्पीटल के डीवीआर को सील कर लिया। इसके बाद उक्त मामले में पीड़ित महिला द्वारा वायरल हुए वीडियो में बताये गये तथ्यों के आधार पर जांच की गयी।जांच में आरोपों को तथ्यात्मक पाये जाने के बाद इस संबंध में महिला थाना की प्रभारी के बयान पर मंगलवार की शाम एफआइआर दर्ज करायी गयी। इसके बाद मामले में ग्लोकल हॉस्पीटल के वार्ड अटेंडेंट ज्योति कुमार को कामाख्या नगरी सोसाइटी स्थित उसके आवास से मंगलवार रात अरेस्ट कर लिया गया।
पुलिस को व्हाट्सएप पर भेजे गये सैकड़ों पीटिशन
शहर के युवाओं ने उक्त मामले को लेकर सोमवार शाम ही एक #परिवर्तन की क्रांति नामक मुहिम शुरू की।इसके तहत मंगलवार सुबह से ही भागलपुर रेंज डीआइजी, भागलपुर एसएसपी और भागलपुर एएसपी सिटी के सरकारी मोबाइल के व्हाट्सएप पर मामले में हॉस्पीटल स्टाफ व मैनेजमेंट के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर वर्चुअल मांग पत्र भेजे गये।उक्त सभी वर्चुअल मांग पत्रों का जवाब देते हुए एसएसपी ने स्पष्ट कर दिया था कि मामले में दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
पटना पुलिस इतनी असंवेदनशील क्यों बनी है?
पीड़िता ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि भागलपुर पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई की और वार्ड बॉय को अरेस्ट कर लिया है। लेकिन पटना पुलिस इतनी असंवेदनशील क्यों बनी है? पटना पुलिस अबतक पटना राजेश्वर हॉस्पीटल पर कार्रवाई क्यों नहीं हो सकी है? उन्होंने आगे कहा कि राजेश्वर हॉस्पीटल में ऑक्सीजन और आइसीयू में क्या होता है इसकी जांच की जानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमित मधुबनी निवासी सफ्टवेयर इंजीनियर रोशनचंद्र दास का हॉस्पीटल में निधन हो गया था। रोशन की वाइफ रूची ने मीडिया के सामने आरोप लगाते हुए कहा कि भागलपुर के ग्लोकल अस्पताल में काम करनेवाले वार्ड अटेंडेंट ज्योति कुमार ने पीछे से आकर दुपट्टा खींच लिया। गलत हरकत की। राजेश्वर हॉस्पीटल पटना में भी एक डॉक्टर उसे गलत नजर देखते थे। हसबैंड एडमिट थे, इस कारण वह सब सहती रही। इसके बाद भागलपुर एमएलए अजीत शर्मा ने सीएम व हेल्थ मिनिस्टर को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी।