मुंबई में मजदूरी करने वाले औरंगाबाद के युवक के बैंक अकाउंट में 10 माह में आये 1.25 करोड़, विजीलेंस जांच
बिहार के औरंगाबाद जिले के पंजाब नेशनल बैंक की रिसियप ब्रांच में सोनू कुमार के अकाउंट में 10 माह में 1.25 करोड़ रुपये आयेहैं। सोनू महाराष्ट्र के नागपुर में लखानी फ्लाई ओवरब्रिज में मजदूरी करता है। अकाउंट में आनलाइन पैसे आये और मोबाइल फोन से ही ऑनलाइन निकासी कर ली गई।
- पंजाब नेशनल बैंक की रिसियप ब्रांच में सोनू कुमार के अकाउंट में 10 माह में 1.25 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन
- महाराष्ट्र के नागपुर में लखानी फ्लाई ओवरब्रिज में मजदूरी करता है सोनू
- अकाउंट में आनलाइन पैसे आये और हुई निकासी
औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले के पंजाब नेशनल बैंक की रिसियप ब्रांच में सोनू कुमार के अकाउंट में 10 माह में 1.25 करोड़ रुपये आयेहैं। सोनू महाराष्ट्र के नागपुर में लखानी फ्लाई ओवरब्रिज में मजदूरी करता है। अकाउंट में आनलाइन पैसे आये और मोबाइल फोन से ही ऑनलाइन निकासी कर ली गई।
बैंक मैनेजर अमृत खलको ने गुरुवार को सोनू को बैंक बुलाकर पूछताछ की। सोनू ने इतनी बड़ी रकम के आने और निकाले जाने की जानकारी से इन्कार किया है। मैनेजर का कहना है कि सोनू के अकाउंट लाकडाउन के दौरान 23 जून 2020 से अप्रैल 2021 तक इतनी रकम का ट्रांजेक्शन हुआ है। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बाहर से ऑनलाइन पैसे आये हैं। सोनू के नाम के मोबाइल नंबर से ही लेनदेन किया गया है।
पुलिस जांच में होगा खुलासा
मैनेजर ने कहा कि पूछताछ में सोनू सही बातों को छुपा रहा है। बैंक अकाउंट में 1.25 करोड़ रुपये ट्रांजेक्शन देखकर मामले में जांच शुरू की गई है। संभावना है सोनू जिस कंपनी में कार्य करता था उसके मालिक एवं अफसर से उसके अकाउंट में पैसे मंगाये होंगे। सोनू की सैलरी भी इसी अकाउंट में आती है। सोनू के मोबाइल में सभी एप लोड है। पुलिस जांच करेगी तो सच्चाई सामने आयेगी।
बताया जाता है कि सोनू के बैंक अकाउंट में 10 माह में 1.25 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन की जांच मुंबई एवं दिल्ली की विजीलेंस टीम कर रही है। विजीलेंस टीम ने बैंक मैनेजर से संपर्क किया तो ट्रांजेक्शन की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि मोबाइल फोन के जरिए लेनदेन हुआ है।
सोनू ने इस संबंध में बैंक मैनेजर को को आवेदन देकर बताया कि उसके नाम से बैंक में खाता अकाउंट 0949001501137589 संचालित है। अकाउंट में अज्ञात लोगों ने बगैर उसकी जानकारी के करोड़ों रुपये की जमा निकासी की। सोनू ने अकाउंट को तत्काल प्रभाव से बंद करने और 23 जून 2020 से अब तक का ट्रांजैक्शन से संबंधित स्टेटमेंट की मांग की है। सोनू ने बताया कि 2016 में आठवीं क्लास में पढ़ाई के दौरान उसने जीरो बैलेंस पर बैंक में अकाउंट खुलवाया था। बैंक में जो भी पैसा उसने जमा किया, उसकी निकासी उसने कर ली थी। पिछली बार 500 रुपये उसने खाते में जमा किये थे। यह ब्याज सहित बढ़कर 700 रुपये हो गया है।
अकाउंट से नहीं जुड़ा मोबाइल नंबर
सोनू ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जब वह घर आया था तो पासबुक प्रिंट कराने और खाते से मोबाइल नंबर जुड़वाने का प्रयास किया लेकिन नहीं हो सका। इसके बाद उक्त अकाउंट में जमा निकासी उसने नहीं की। स्टूडेंट्स के लिए जीरो बैलेंस पर खोले गये अकाउंट में ट्रांजैक्शन की एक लिमिट होती है। इसके बाद भी बड़ी रकम की जमा निकासी कैसे की गई, यह जांच का विषय है।