Bihar : उपेंद्र कुशवाहा की सीट पर डॉक्टर राजवर्धन आजाद बने MLC
फेमस आई स्पेशलिस्ट और बीएसयूएससी के चेयरमैन डॉ राजवर्धन आजाद को एमएलसी मनोनीत किया गया है। गवर्नर ने राजवर्धन आजाद को उपेंद्र कुशवाहा के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर एमएलसी नॉमिनेट किया है।
पटना। फेमस आई स्पेशलिस्ट और बीएसयूएससी के चेयरमैन डॉ राजवर्धन आजाद को एमएलसी मनोनीत किया गया है। गवर्नर ने राजवर्धन आजाद को उपेंद्र कुशवाहा के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर एमएलसी नॉमिनेट किया है।
यह भी पढ़ें:IND vs PAK : इंडिया ने पाकिस्तान को सात विकेट से हराया
राजवर्धन आजाद ने बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में नामांकन की नोटिफिकेशन से पहले बीएसयूएससी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। बतौर एमएलसी उनका कार्यकाल चार साल से अधिक का होगा, जो कि कुशवाहा का शेष कार्यकाल है। बिहार के गवर्नर ने बिहार विधान परिषद में रिक्त पद के लिए आज़ाद को नामित करते हुए खुशी व्यक्त की है। राजवर्धन आजाद ने कहा कि यह एक नई जिम्मेदारी है। सीएम नीतीश कुमार ने मुझ पर जो भरोसा जताया है मैं उस पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा। मैं हमेशा एक शिक्षक रहा हूं। यह एक नई भूमिका है।
राजवर्धन आजाद बिहार के एक्स सीएम स्वार्गीय भागवत झा आजाद के बेटे हैं। उनके भाई कीर्ति आजाद मशहूर क्रिकेटर रहे हैं, अब राजनीति के मैदान में उतर चुके हैं। कीर्ति आजाद ने बीजेपी के साथ अपनी सियासी पारी शुरू की थी। बाद में कांग्रेस का दामन उन्होंने थामा था। अभी वे ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ हैं। राजवर्धन आजाद वर्ष 2014 में जेडीयू के टिकट पर गोड्डा लोकसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। निशिकांत दुबे की जीत हुई थी। फुरकान अंसारी दूसरे नंबर पर रहे थे। राजवर्धन आजाद को तब 15 हजार से भी कम वोट मिले थे। उन्हें 7वें नंबर पर संतोष करना पड़ा था।
राजवर्धन आजाद को 2019 में बिहार राज्य विश्विद्यालय सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था।फेमस नेत्र विशेषज्ञ डॉ. राजवर्धन आजाद दिल्ली एम्स में वो नेत्र विज्ञान विभाग के संकाय सदस्य भी रहे हैं। बीसी रॉय जैसा प्रतिष्ठित अवार्ड भी मिल चुका है। उन्हें नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है।
बिहार विधान परिषद में कुल 75 सीटें हैं। इनके सदस्य विधानसभा, स्थानीय निकायों, स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों से चुने जाते हैं। स्टेट गवर्नमेंट की अनुंशसा पर गवर्नर के द्वारा भी एमएलसी नामित होते हैं। जेडीयू छोड़कर अपना लग पार्टी आरएलएसपी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने विगत 24 फरवरी को विधान परिषद की सदस्यता छोड़ दी थी। अब उनके ही जगह पर अब राजवर्धन आजाद को एमएलसी बनाया गया है।